झाबुआ उपचुनाव का नतीजा है आज, क्या बदल जाएगा सियासी समीकरण?

महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार यानी आज आएंगे. इसके साथ ही मध्य प्रदेश के झाबुआ में विधानसभा उपचुनाव के लिए मतगणना से आने वाले नतीजे मध्य प्रदेश के सियासी समीकरण को प्रभावित कर सकते हैं.

क्यों हैं झाबुआ के नतीजे महत्वपूर्ण?

पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में झाबुआ से बीजेपी के विधायक बने गुमान सिंह डामोर इस साल हुए लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए जिसके बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. मध्य प्रदेश विधानसभा में सीटों के लिहाज से ये नतीजे बेहद महत्वपूर्ण होंगे.

बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में 109 सीटें जीती थीं लेकिन सांसद बनने के बाद गुमान सिंह डामोर ने इस्तीफा दिया और विधानसभा में फिलहाल बीजेपी के पास 108 विधायक हैं. वहीं मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं.

इसका अलावा कांग्रेस के पास 4 निर्दलीय, एक सपा और 2 बसपा विधायक हैं. दोनों ही राजनीतिक दल झाबुआ सीट पर जीत के साथ विधानसभा में अपनी एक सीट बढ़ाने की कोशिश करेंगे.

किसके खाते में होगी सीट?

अगर सीट बीजेपी के खाते में गई तो इससे उसका मनोबल बढ़ेगा. बीजेपी सरकार को अबतक जिन मुद्दों पर घेरते आई है उस रणनीति को और धारदार करेगी. वहीं कांग्रेस यदि जीती तो माना जायेगा कि कमलनाथ सरकार के 10 महीनों के कामकाज को जनता ने पसंद किया है. इस एक जीत से कमलनाथ सरकार के पास सदन में कांग्रेस के 115 विधायक हो जाएंगे और एक निर्दलीय विधायक के मंत्री होने के चलते कांग्रेस सदन में एक तरह से बहुमत हासिल कर लेगी.