झाबुआ हार के लिये बीजेपी विधायक केदार शुक्ला ने बीजेपी अध्यक्ष को ज़िम्मेदार बताया

महाराष्ट्र-हरियाणा में सीटे कम होने के साथ ही मध्यप्रदेश के झाबुआ उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा नेता संगठन की रणनीति पर सवाल उठाने लगे हैं।

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने हरियाणा चुनाव प्रभारी केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का नाम लिए बगैर आरोप लगाया कि हरियाणा में कहीं न कहीं चुनाव प्रबंधन में कमी रह गई, इसके कारण वहां कम सीटे मिली।

उनके इस बयान के बाद भाजपा केन्द्रीय संगठन में खलबली मच गई है। इधर, सीधी के भाजपा विधायक केदार शुक्ला ने झाबुआ उपचुनाव में हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को हटाने की मांग की है।

कैलाश ने इंदौर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हरियाणा में भाजपा के कार्यकर्ता निर्दलीय खड़े हो गए और हम उन्हें समझा नहीं पाए। हरियाणा में हमें अनुकूल वातारवण दिखाई नहीं दिया, लेकिन हम सरकार बनाने जा रहे हैं। कई निर्दलीय जीतते दिख रहे हैं, जो भाजपा से अलग होकर लड़े थे।

चुनाव प्रबंधन में कमी का मुद्दा उठाकर विजयवर्गीय ने अप्रत्यक्ष रूप से केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर निशाना साधा है। तोमर को हरियाण का चुनाव प्रभारी बनाया गया था। विजयवर्गीय ने हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर का पक्ष लेते हुए कहा कि उन्होंने तो ईमानदारी से काम किया है।

चुनाव जीतने के लिए मैनेजमेंट जरूरी होता है, संवाद की कमी के कारण हम जनता तक अपने कामकाज का संदेश नहीं पहुंचा पाए।

केदार बोले- राकेश के कारण चौपट हो रही पार्टी


झाबुआ उपचुनाव में हार के बाद मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को हटाने की मांग उठने लगी है। सीधी से भाजपा विधायक केदार शुक्ला ने कहा है कि राकेश सिंह सही तरीके से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर पाए हैं।

वे अध्यक्ष पद पर रहने के लायक नहीं हैं, उन्हें इस पद से हटाया जाना चाहिए। उनके कारण पार्टी चौपट हो रही है। शुक्ला ने कहा कि वे इस मामले में केंद्रीय नेतृत्व से भी चर्चा करके नया अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। केदार शुक्ला ने कहा कि बहुत से कारण है जिनके चलते राकेश सिंह को हटाना चाहिए, इस मामले में वे मीडिया में न बताकर पार्टी फोरम पर अपनी पूरी बात रखेंगे।

केन्द्र को भेजी जानकारी


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि विधायक केदार शुक्ला ने जो भी बयान मीडिया में दिया है। उसकी पूरी जानकारी केन्द्रीय संगठन को भेज दी है। इस मामले में केन्द्रीय संगठन जल्द कोई निर्णय करेगा।