शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर बूथ 282-283 से 100 मीटर दूर भाजपा और कांग्रेस के नेता आमने-सामने कैंप लगाकर बैठे थे। शाम 4 बजे भाजपा-कांग्रेस के नेताओं की किसी बात के लेकर बहस हो गई। इस दौरान हाथापाई की नोबत गई।
कांग्रेस के गोविंद प्रजापत और भाजपा के कांतिलाल प्रजापत में किसी बात लेकर विवाद हो गया। पुलिस ने आकर दोनों पक्ष को अलग किया। मतदान के दौरान दिनभर शांति रही , लेकिन शाम को ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश डामोर एवं पुलिस आरक्षक आरसी पाठक में बहस हो गई। इसके बाद डामोर ने थाना में आवेदन दिया। इसमें कहा गया कि वे फर्जी मतदान की सूचना पर बूथ 282 पर गए। इसके बाद थाना प्रभारी समर सिंह चौहान से मिलने गया तो आरक्षक आरसी पाठक ने रोका और अभद्रता की। पुलिस ने आरक्षक की मेडिकल जांच करवाई। वहीं आरक्षक का कहना है कि मैंने कोई अभद्रता नहीं की है।
आचार संहिता उल्लंघन को लेकर एसडीएम पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
थांदला. भाजपा नेता ने प्रेस कांफ्रेंस कर थांदला एसडीएम पर कांग्रेस के दबाव में कार्य करने का आरोप लगाया है। पूर्व मंडी अध्यक्ष मन्नू डामोर ने कहाकि 1 अक्टूबर को मोरझरी कोटवार विमल पिता बदिया भूरिया द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ की फ़ोटो वाले किसान कर्ज माफ़ी के प्रमाण-पत्र गांव में बांटे गए। इसकी सूचना उन्होंने सहायक निर्वाचन अधिकारी एसडीएम जेएस बघेल को दी, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। बल्कि मामले को लेकर समझौता करने का भी दबाव बना रहे हैं। एसडीएम ने संबंधित साक्ष्य के बयान भी दर्ज नहीं किए। इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों व निर्वाचन आयोग से करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व जनपद अध्यक्ष दिलीप कटारा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष विश्वास सोनी, नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर, वरिष्ठ भाजपा नेता गणराज आचार्य आदि उपस्थित थे।
नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
कहा गया है कि हमने शिकायत की कॉपी निर्वाचन आयोग को भेज दी है। उनके निर्देश पर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।