झाबुआ सीट के लिए 61 % से अधिक मतदान : Jhabua by Election

झाबुआ विधानसभा उपचुनाव के लिए 61 प्रतिशत से अधिक मतदान होने की उम्‍मीद है। झाबुआ सीट के लिए मतदान सोमवार सुबह सात बजे से मतदान आरंभ हुआ। एक बजे तक 48 प्रतिशत मतदान हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान की गति धीमी रही। कुछ बूथ खाली पड़े रहे। शाम 5 बजे तक 61.92 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया ।अंतिम आंकड़ा देर रात तक ही मिल सकेगा।

356 केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान के इंतजाम किए गए हैं। दो लाख 77 हजार से ज्यादा मतदाता मतदान करेंगे। इसके लिए मतदान केंद्रों में बैठने, पीने के पानी सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। 15 मतदान केंद्रों पर आयोग वेबकास्टिंग के माध्यम से नजर रखी जा रही है। सुरक्षा के लिए चार केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की कंपनियों सहित पुलिसकर्मी तैनात हैं। रानापुर के मतदान केंद्र समोई 237 पर ईवीएम खराब होने से वोटिंग रूकी। उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया ने ग्राम दोतड़ में सुबह मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने भी परिवार के साथ मतदान किया।

परिवार सहित पहुंचे और लोकतंत्र के लिए निभाया कर्तव्य

कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया ने देव दर्शन के बाद परिवार सहित गोपाल कॉलोनी के बूथ क्रमांक 93 पर वोट डाला, वहीं भाजपा प्रत्याशी भानु भूरिया ने रानापुर क्षेत्र में अपने ग्राम दोतड़ में मतदान किया। उपचुनाव में शुरुआती दो घंटे में मतदान की गति धीमी रही। सुबह 9 बजे तक 15 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद 11 बजे तक की स्थिति में 24.76 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान की धीमी गति को लेकर भी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और नेताओं में चर्चा रही। मतदान केंद्र के पहले लगी राजनीतिक दलों की टेबलों पर बैठे कार्यकर्ता धीमे मतदान को लेकर चर्चा करते दिखे। झाबुआ शहर में अक्सर मतदान के प्रारंभिक दौर में लोगों की भीड़ मतदान केंद्रों पर नजर आती है, लेकिन इस बार सुबह लोग घरों से अधिक संख्या में नहीं निकले।

दलों के कार्यकर्ताओं ने भी इसे लेकर आश्चर्य व्यक्त किया। उपचुनाव को लेकर बाहर रहने वाले मतदाताओं ने भी रूचि दिखाई है। कई परिवार सहित सिर्फ वोट डालने के लिए झाबुआ आए है। इसमें युवाओं के अलावा अन्य शहर में रहकर व्यापार और नौकरीपेशा लोग शामिल है। इंदौर जा चुके कमलेश शर्मा व उनकी पत्नी संध्या शर्मा सिर्फ वोट डालने झाबुआ आए। शहर में कुछ केंद्रों पर लोग परिवार सहित भी वोट डालने सुबह पहुंचे। छुट्टी के कारण बाजार बंद जैसे ही रहे। चाय-नाश्ते की दुकानों के अलावा इक्का-दुक्का व्यापारियों ने ही सुबह अपनी दुकानें खोली।

इंदौर-भोपाल में बैठे नेता भी लेते रहे अपडेट

कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया ने देव दर्शन के बाद परिवार सहित गोपाल कॉलोनी के बूथ क्रमांक 93 पर वोट डाला, वहीं भाजपा प्रत्याशी भानु भूरिया ने रानापुर क्षेत्र में अपने ग्राम दोतड़ में मतदान किया। उपचुनाव में शुरुआती दो घंटे में मतदान की गति धीमी रही। सुबह 9 बजे तक 15 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद 11 बजे तक की स्थिति में 24.76 प्रतिशत मतदान हुआ। दोपहर 1 बजे आंकड़ा 47.60 प्रतिशत तक पहुंच गया। इधर बीते कई दिनों से झाबुआ उपचुनाव में जुटे दोनों दलों के नेता जो इंदौर-भोपाल से पहुंचे थे। लगातार स्थानीय नेताओं से फोन पर पल-पल का चुनाव संबंधी अपडेट लेते रहे। मतदान की धीमी गति को लेकर भी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और नेताओं में चर्चा रही। मतदान केंद्र के पहले लगी राजनीतिक दलों की टेबलों पर बैठे कार्यकर्ता धीमे मतदान को लेकर चर्चा करते दिखे। झाबुआ शहर में अक्सर मतदान के प्रारंभिक दौर में लोगों की भीड़ मतदान केंद्रों पर नजर आती है,लेकिन इस बार सुबह लोग घरों से अधिक संख्या में नहीं निकले। दलों के कार्यकर्तओं ने भी इसे लेकर आश्चर्य व्यक्त किया।

मैदान में पांच उम्मीदवार हैं, जिसमें कांग्रेस से कांतिलाल भूरिया, भाजपा से भानु भूरिया और तीन निर्दलीय कल्याणसिंह डामोर, निलेश डामोर और रामेश्वर सिंगार शामिल हैं। दोनों प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के दिग्गजों ने चुनाव में पूरा जोर लगाया है। वहीं भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रहे कल्याणसिंह डामोर पर भी सभी की नजर है।

डामोर के इस्तीफे से उपचुनाव

झाबुआ में पहले उपचुनाव की नौबत इसलिए आई क्योंकि 2018 में विधायक बने गुमानसिंह डामोर को मई 2019 में सांसद बनने का भी मौका मिल गया। दोनों संवैधानिक पद पर एक साथ नहीं रह सकते थे। एक पद से इस्तीफा देना जरूरी था। डामोर ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद झाबुआ की सीट रिक्त हो गई। इसलिए अब नया विधायक चुनने के लिए उपचुनाव हो रहा है।

गुरुवार को परिणाम

जनता का फैसला गुरुवार को पता चलेगा। गुरुवार को पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में ही मतगणना होना है। 26 राउंड में मतों की गिनती होगी। उधर परिणाम को लेकर जिज्ञासा का माहौल अभी से ही बन गया है।