झाबुआ विधान सभा उपचुनाव : मतदान केंद्रों पर लगी कतार, सुरक्षा के लिए किये गए बेहतर इंतज़ाम

झाबुआ विधान सभा सीट उपचुनाव के लिए मतदान जारी है. सुबह 7 बजे मतदान शुरू होते ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतार लगना शुरू हो गयी. इस सीट से कुल 5 प्रत्याशी मैदान में हैं. लेकिन मुख्य मुक़ाबला कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया और बीजेपी के भानु भूरिया के बीच है. कुल 2 लाख 77 हज़ार मतदाता इनके भाग्य का फैसला करेंगे. झाबुआ विधान सभा सीट से बीजेपी के जी एस डामोर विधायक थे. लोकसभा चुनाव में सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने विधान सभा सीट से इस्तीफ़ा दे दिया था.

मतदाताओं में उत्साह


झाबुआ विधान सभा सीट से अपना विधायक चुनने के लिए मतदाताओं में ख़ासा उत्साह है. ठीक 7 बजते ही मतदान शुरू हो गया. मतदान शुरू होने से पहले ही मतदाता, मतदान केन्द्रों पर पहुंचना शुरू हो गए थे. इस विधान सभा क्षेत्र में कुल 356 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. शांतिपूर्ण मतदान के लिए किए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. क्षेत्र में दो लाख 77 हजार से ज्यादा मतदाता हैं, जो अपना विधायक चुनेंगे.

मतदान केंद्रों पर व्यवस्था

चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों में बैठने, पीने के पानी सहित तमाम सुविधाएं उपलब्ध करायी हैं. 15 मतदान केंद्रों पर आयोग वेबकास्टिंग के माध्यम से नज़र रख रहा है. सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल की चार कंपनियों सहित पुलिसकर्मी तैनात हैं. EVM और वीवीपैट में अगर ख़राबी आ जाए तो उसके कारण मतदान प्रभावित न हो,इसके लिए एक्स्ट्रा मशीनें सेक्टर ऑफिसरों को दी गई हैं. ये अफसर मतदान के दौरान लगातार घूम-घूम कर नज़र रखेंगे. जहां कहीं से भी ईवीएम या वीवीपैट में खराब होने की सूचना मिलेगी, वहां पहुंचकर तत्काल बदलवाएंगे.इस बार आयोग के निर्देश पर 200 प्रतिशत मशीनों का इंतजाम किया गया है.
चुनाव मैदान में पांच उम्मीदवार हैं. इसमें कांग्रेस से कांतिलाल भूरिया, भाजपा से भानु भूरिया और तीन निर्दलीय कल्याण सिंह डामोर, निलेश डामोर और रामेश्वर सिंगार शामिल हैं. दोनों प्रमुख दल बीजेपी और कांग्रेस ने ये सीट जीतने के लिए अपना पूरा दम लगा दिया है. झाबुआ सीट हमेशा से कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. लेकिन बीजेपी ने इसमें सेंध लगा दी थी. इसिलए कांग्रेस अपना किला फिर जीतने के लिए मैदान में उतरी है और बीजेपी अपनी सीट बचाने की कोशिश में है.

दिग्गजों ने किया प्रचार

चुनाव के दौरान दोनों दलों के दिग्गजों ने यहां आकर प्रचार किया. सीएम कमलनाथ खुद दो बार प्रचार के लिए यहां आए. पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान भी बीजेपी के लिए दो बार यहां वोट मांगने पहुंचे. बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ रहे कल्याण सिंह डामोर पर सभी की नजर है. वो बीजेपी को नुक़सान पहुंचा सकते हैं. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी सांसद गुमान सिंह डामोर के सीट छोड़ने के कारण झाबुआ विधानसभा सीट पर ये उपचुनाव हो रहा है.