कांग्रेस विधायक ने तोडा धूमल का सपना, अब जयराम ठाकुर होंगे हिमाचल के मुख्यमंत्री

शिमला। हिमाचल प्रदेश में 44 सीटें जीतने के बावजूद मुख्यमंत्री पद के लिए करीब एक सप्ताह से जारी ऊहापोह रविवार को समाप्त हो गई। विधयक दल की बैठक में जयराम ठाकुर को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला हुआ है।

उनके अलावा केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का नाम भी आखिरी दौर तक मुख्यमंत्री पद के लिए चल रहा था। हिमाचल में भाजपा ने प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था, लेकिन उनकी अपने ही करीबी से हार के बाद सीएम को लेकर सस्पेंस बढ़ गया था। पीटरहॉफ में आयोजित होने वाली विधायक दल की बैठक के लिए सभी निर्वाचित विधायकों को सूचित कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की औपचारिक घोषणा केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र तोमर ने की। इसके बाद जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस मुक्त हो गया। प्रदेश सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने केंद्रीय पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण व नरेंद्र तोमर और प्रदेश भाजपा प्रभारी मंगल पांडेय को राज्य अतिथि घोषित किया है।

ये तीनों नेता रविवार को दोपहर से पहले शिमला पहुंच गए थे। इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के निर्णय से विधायकों को अवगत कराएंगे। बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश भाजपा प्रभारी मंगल पांडेय पर्यवेक्षकों के साथ शिमला पहुंचेंगे। इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी विधायकों को सूचना भेज दी गई है। जिसमें प्रदेश कोर कमेटी के सदस्यों के साथ ही सभी सांसद भी शामिल होंगे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती की ओर से इस आशय की पुष्टि की गई है। इस बीच, पुख्ता सूत्रों के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह रिज मैदान पर 27 दिसंबर को होगा।

गौरतलब है कि प्रचंड बहुमत के बावजूद मुख्यमंत्री के लिए नेता के चयन में विलंब इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा से मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित चेहरे प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर से कांग्रेस उम्मीदवार के सामने चुनाव हार गए। उसके बाद कई स्तरों पर बैठकों का चला। गुरुवार और शुक्रवार को भी केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने शिमला में कई नेताओं के साथ संवाद किया था और कहा था कि केंद्रीय नेताओं को प्रदेश की भावना से अवगत कराया जाएगा।