यूपी सरकार कुछ दिनों से हर चीज पर अपनी छाप छोड़ने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस तरह से हर जगह भगवा रंग चड़ा रहे है उससे लगता है, कुछ दिनों में वहां की जमीन भी भगवा रंग की हो जाएगी.
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों में भगवद् गीता पर आधारित गायन प्रतियोगिताएं कराने के निर्देश भेजे हैं. न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि इन प्रतियोगिताओं के नतीजों के आधार पर इस महीने के अंत में राजधानी लखनऊ में राज्यस्तर की एक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा.
राज्य के माध्यमिक शिक्षा विभाग के सभी मंडलों के संयुक्त निदेशकों को सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी बोर्डों के तहत आने वाले सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में जिला और मंडल स्तर पर ये प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं.
अधिकारियों ने आज यहां कहा कि इस महीने के अंत में राज्य स्तर की प्रतियोगिता के लिए गायकों या टोलियों के नामों के चयन का काम 11 से 15 दिसंबर तक जिला और मंडल स्तर पर होगा.
एक अधिकारी ने बताया कि संगीत, गीता, हिन्दी और संस्कृत में विशेषग्यता रखने वालों का एक पैनल सर्वश्रेष्ठ गायक या गायिका का चयन करेगा. प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों के उच्चारण और गायन कौशल को परखा जाएगा.
माध्यमिक शिक्षा महकमे ने कहा कि इस प्रतियोगिता के लिए छात्र पर आने वाले तमाम खर्चों को संबंधित स्कूल प्राधिकारी वहन करेंगे.
इमारते तो ठीक है पर अब इसी बीजेपी की भगवा नीति के तहत अब योगी सरकार स्कुलो में भी हिंदूवादी सोच को बच्चो पर मड रही है. जो की देश के भविष्य के लिए अच्छा नहीं है. जहां एक तरफ कहा जाता है सभी धर्मो को मिलकर और एक साथ रहना चाहिए, वहीँ दूसरी तरफ एक रंग एक सोच को बढ़ावा दिया जा रहा है.