कुमार विश्वास ने कहा – CM साहब ने मेरी सुनी होती तो शायद पार्टी को ये दिन न देखना पड़ता

नई दिल्ली। चुनाव आयोग द्वारा आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य करार दिए जाने के बाद पार्टी से नाराज चल रहे कुमार विश्वास ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

आप नेता कुमार विश्वास ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण औऱ दुखद बताते हुए कहा कि मैने पहले भी इस मामले में पार्टी को सुझाव दिया था लेकिन मुझे बताया गया कि नियुक्ति संबंधित अधिकार मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में आता है। और इस तरह के निर्णय लेने का अधिकार मुख्यमंत्री का है इसलिए मैं चुप हो गया।’

विश्वास ने कहा कि नियुक्ति को लेकर उनके सुझावों को नहीं सुना गया। मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उस वक्‍त मेरी मानी होती तो पार्टी को यह दिन शायद कभी नहीं देखना पड़ता। उन्‍होंने कहा कि संसदीय सचिवों की नियुक्ति मामले में मैंने केजरीवाल को मना किया था।

वही इससे पहले आम आदमी पार्टी के बाग़ी विधायक कपिल मिश्रा ने एक सर्वे रिपोर्ट जारी की है। कपिल मिश्रा ने एक ट्विट करके कहा है कि 20 अयोग्य विधायकों की सीट पर चुनाव हुए तो आम आदमी पार्टी बुरी तरह हारेगी।

कपिल मिश्रा का दावा है कि इस बारे में अरविंद केजरीवाल को एक आंतरिक रिपोर्ट सौंपी गई है जिसमें कहा गया है कि 11 सीटें हर हाल में आम आदमी पार्टी हार रही है जबकि बाकी बची 9 सीटों पर अगर आम आदमी पार्टी उम्मीदवार बदलती है तभी वो भाजपा-कांग्रेस को टक्कर दे पाएगी। रिपोर्ट के हवाले से कपिल मिश्रा ने दावा किया है कि फिलहाल आम आदमी पार्टी एक भी सीट जीतने की स्थिति में नहीं है।

बता दें कि शुक्रवार को चुनाव आयोग ने ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले में राष्ट्रपति से आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता खत्म करने की सिफारिश कर दी है। आप ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों के सहयोग के लिए 21 विधायकों को संसदीय सचिव नियुक्त किया था। इसके बाद सरकार ने दिल्ली विधानसभा सदस्यता अधिनियम-1997 में संशोधन का प्रयास किया था। वहीं इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे ‘आप’ को राहत देने से इनकार कर दिया है।