कमलनाथ सरकार द्वारा बनाई गोशालाएं शुरु करने लगायेंगे गांधी चौपाल

  • भोपाल. प्रदेश भर में गौशालाओं में फैली अनियमितताएं और भ्रष्टाचार सरकार और भाजपा की मिलीभगत से किया जा रहा है। प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में भाजपा के नेताओं द्वारा चलाई जा रही गौशालाओं में गोवंश की भूख और कुपोषण से मौतें हो रही हैं। हर बार सरकार कार्यवाही करने का दावा करती है किंतु गौशाला ना तो बंद की जाती है, नाही उनका लाइसेंस निरस्त होता है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा की निजी गौशाला गोवंश के व्यापार, उनके अंगों, हड्डियों और चमड़े के तिजारत के हड्डी बन गए, जिसका कानूनी तौर पर सरकारी महत्व विरोध करने में असमर्थ हैं।
    गुप्ता ने कहा की अब तो भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेता ना केवल गौमाता को मधुशाला में बांधने लगे हैं, बल्कि भाजपा के पुत्र संस्थान इस बात का उद्घोष करने लगे हैं कि गौमांस खाने वाले लोगों को भी हिंदू धर्म में वापसी कर स्वीकार किया जाएगा ऐसे बयानों से यह सिद्ध हो गया है की राजनीतिक लक्ष्य के लिए भारतीय जनता पार्टी गोवंश के नाम पर मॉब लिंचिंग का समर्थन भी करती है और गौमांस खाने वालों को हिंदू समाज में शामिल करने की वकालत करती है। गुप्ता ने मांग की है की कमलनाथ सरकार ने जिन 1087 गौशालाओं का निर्माण कराया है सरकार उन्हें गोवंश आश्रय के लिए तत्काल खोले अन्यथा इन बंद गोशालाओं के सामने गांधीचौपाल चौपाल लगाकर जनता को भाजपा के दुरंगे चरित्र से अवगत कराया जायेगा।
    प्रदेश मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष सुश्री संगीता शर्मा ने कहा की गौशाला से गौमाता क्यों गायब हैं, कहां ले जाई जाती है गौमाताएं, बताये सरकार। हिंदू धर्म की पूजनीय गौमाता की भाजपा सरकार में खुलेआम हो रही भूख-प्यास से तड़प-तड़पकर मौत, क्यों हो रही गौमाता की ऐसी दुर्दशा, क्यों हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही, भाजपा सरकार क्यों देती है सत्तारूढ़ बीजेपी आरोपियों को संरक्षण, इसके पूर्व भी बैरसिया में भाजपा नेत्री की गौशाला में हुई थी सैकड़ों गायों की मौत। एफआईआर होने के बाद भी आज तक नहीं हुई बीजेपी नेत्री निर्मला देवी शांडिल्य की गिरफ्तारी, यदि भाजपा सरकार में गौमाताओं को संरक्षण नहीं दिया गया तो करेंगे उग्र आंदोलन।
    मध्य प्रदेश मीडिया विभाग के प्रवक्ता अवनीश भार्गव का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के लिए गोशाला का गोरख धंधा बन गया है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी सरकार के नेताओं का राजनीतिक संरक्षण है।
    गौ-संवर्धन बोर्ड के पदाधिकारी गोशालाओं की अनियमितताओं में शामिल हैं और गोमाता की आड़ में भ्रष्टाचार कर रहै हैं। प्रदेश भर में गोशालाओं पर गांधी चौपाल लगाईं जायेंगीं और भाजपा नेताओं की मिली भगत उजागर की जायेगी।