जॉब नहीं मिलने से निराश इंजीनियर ने दी जान, माता-पिता सुबह लौटे तो फंदे पर लटका मिला शव

ग्वालियर में एक B.TECH इंजीनियर ने फांसी लगाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि डिग्री पूरी होने के बाद से वह लगातार मल्टी नेशनल कंपनियों में जॉब के लिए अप्लाई कर रहा था। बार-बार इंटरव्यू में आकर बात अटक जाती थी। इसे लेकर वह डिप्रेशन में जा रहा था।

मामला ग्वालियर के गोला के मंदिर स्थित प्रगति विहार कॉलोनी का है। यहां रहने वाले पुष्पेंद्र (23) उर्फ शुभम शर्मा ने रविवार को घर पर फांसी लगा ली। घटना के समय उसके पिता जयप्रकाश शर्मा और माता रेखा शादी समारोह में शामिल होने भिंड गए थे। सोमवार सुबह जब वे लौटे तो कमरे के अंदर बेटे को फंदे पर लटका देखा।

अप्रैल 2021 पूरी की थी इंजीनियरिंग
शुभम ने अप्रैल 2021 में शहर के MITS संस्थान से B.TECH पास किया था। इंजीनियर बनने के बाद वह अपने लिए अच्छी कंपनी में जॉब तलाश रहा था। लेकिन उसे जॉब नहीं मिल पा रही थी। अप्रैल 2021 के बाद वह लगातार प्रयास कर रहा था। इसके लिए उसने जयपुर में अपने बड़े भाई से भी अपने लिए अच्छा जॉब तलाशने के लिए कहा था।

पांच इंटरव्यू में मिली असफलता
बताया जा रहा है कि हाल ही में दिल्ली, मुंबई, पुणे और राजस्थान की कुछ कंपनियों में उसने जॉब के लिए अप्लाई किया था। इसके लिए उसने एक के बाद एक करीब पांच इंटरव्यू दिए थे, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। उसके डिप्रेशन में जाने का यही कारण बताया जा रहा है। पुलिस भी प्रथम दृष्टया जांच में खुदकुशी का कारण डिप्रेशन मान रही है।

विदेश में नौकरी का था सपना
इंजीनियर शुभम के पिता पीएचई विभाग में कर्मचारी हैं। उनके दो बेटे हैं। छोटे बेटे शुभम ने सपना देखा था कि वह इंजीनियर बनने के बाद विदेश में जॉब करेगा, लेकिन डेढ़ साल से नौकरी नहीं मिलने के कारण उसका सपना टूटता जा रहा था। रविवार को जब शुभम के माता-पिता एक शादी समारोह में जाने के लिए घर से निकल रहे थे, तो उन्हें इस बात का अहसास नहीं था कि बेटे से यह उनकी आखिरी मुलाकात है। उनका कहना है कि लग ही नहीं रहा था कि वह असामान्य है। रोज की तरह बात कर रहा था।

पुलिस ने कहा-डिप्रेशन की बात सामने आई
गोला का मंदिर थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव ने बताया कि फोन पर सूचना मिली थी कि एक युवक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर खुदकुशी के कारणों की पड़ताल शुरू कर दी है। जॉब न मिलने के कारण इंजीनियर डिप्रेशन में होने की बात पता चली है।