- मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 21 सितंबर से शुरू होगा, यह तीन दिन का होगा, जो 23 सितंबर तक चलेगा
- दोनों नेताओं की मुलाकात में विधानसभा सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले विधेयकों को लेकर चर्चा हुई है
मध्य प्रदेश विधानसभा सत्र से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बुधवार को अचानक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने सीएम हाउस पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच विधानसभा सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले विधेयकों को लेकर चर्चा हुई। इसके अलावा, सीएम शिवराज और कमलनाथ के बीच उन विषयों को लेकर भी बातचीत हुई, जिनकी चर्चा विधानसभा सत्र के दौरान होने वाली है। मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र 21 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। यह सत्र तीन दिन का होगा, जो 23 सितंबर तक चलेगा। हालांकि, सीएम और पूर्व सीएम की इस मुलाकात का जिक्र बुधवार के शेड्यूल में नहीं था।

सत्र के दौरान होगा विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव
विधानसभा सत्र की शुरुआत 21 सितंबर से हो रही है। इसी दौरान स्पीकर और डिप्टी स्पीकर का चुनाव भी किया जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि इस सत्र के दौरान बजट समेत अन्य कई विधेयक पास कराए जा सकते हैं। इन विषयों पर बात करने के लिए सीएम चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बीच यह मुलाकात हुई है। विधानसभा का सातवां सत्र 21 सितंबर से शुरू होकर 23 सितंबर तक चलेगा। 21 अगस्त को विधानसभा के प्रमुख सचिव एपी सिंह ने इसकी अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी।
कोरोना के चलते रद्द हो गया था सत्र
विधानसभा का पिछला सत्र 24 मार्च को आयोजित किया गया था। इस सत्र से पहले, कांग्रेस के 22 विधायकों ने इस्तीफा देकर शिवराज सिंह चौहान पर भरोसा जताया था। जिसके चलते, कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी। 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और 24 मार्च को आयोजित विशेष सत्र में उन्होंने अपना बहुमत साबित किया था। 20 जुलाई से विधानसभा सत्र प्रस्तावित था, लेकिन कोरोनो के चलते इस सत्र को रद्द कर दिया गया था।