किसानों के मुद्दे पर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी और लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने वाले नानाभाऊ फाल्गुनराव (नाना) पटोले ने सोमवार (11 दिसंबर) को गांधीनगर में राहुल गांधी के साथ मंच साझा किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी ने उनसे मिलने के लिए गए वरिष्ठ सांसदों के साथ अभद्र व्यवहार किया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रैली को संबोधित करते हुए पटोले ने कहा कि उन्होंने भाजपा से अलग होने का निर्णय इसलिए लिया क्योंकि नरेन्द्र मोदी किसानों के मुद्दों को सुलझाने में नाकाम रहे और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के अपने वादों पर कायम नहीं रहे. पूर्व सांसद ने आरोप लगाया कि एक बार मोदी से मिलने उनके आवास पर गये वरिष्ठ सांसदों के साथ उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया.
गौरतलब है कि, महाराष्ट्र के भंडारा-गोंडिया संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद नाना पटोले ने पार्टी और लोकसभा की सदस्यता से शुक्रवार (8 दिसंबर) को इस्तीफा दे किया था. जिसके बाद पटोले ने अगले दिन यानी शनिवार (9 दिसंबर) को मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ा हमला बोल था. पटोले ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी अपने ओबीसी कार्ड को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं.
बता दें कि पटोले वही सांसद हैं जिन्होंन इसी साल सितंबर में कहा था कि पीएम मोदी को सवाल पूछना अच्छा नहीं लगा और वो उस वक्त बहुत गुस्सा हो गए थे जब मैंने ओबीसी मंत्रालय और किसानों की आत्महत्या के बारे में सवाल करने की कोशिश की थी.
जब मोदी से सवाल किया जाता है, तो वो पूछने लगते हैं कि क्या आपने पार्टी का घोषणा पत्र पढ़ा है और क्या सरकारी स्कीमों की जानकारी है आपको? उस दौरान पटोले ने यह दावा भी किया कि था कि ‘सभी केंद्रीय मंत्री हमेशा डरे रहते हैं. मैं मंत्री नहीं बनना चाहता, मैं हिटलिस्ट में हूं मगर मैं किसी से नहीं डरता.