जाने-माने पत्रकार व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने रविवार (26 नवंबर) को एक बार फिर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि झूठ नरेंद्र मोदी सरकार की पहचान है और यह नौकरियां पैदा करने जैसे कई वादों को पूरा करने में विफल रही है. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रह चुके शौरी ने देश के लोगों से सरकार के कार्यो को सूक्ष्म रूप से आंकने का आग्रह किया.
न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘टाइम्स लिट फेस्ट’ में भाग लेते हुए शौरी ने कहा कि वह कई उदाहरण दे सकते हैं जिसमें अखबारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन देकर ‘सरकार ने सिर्फ मुद्रा योजना द्वारा साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा नौकरियां पैदा करने का आंकड़ा दिया है.’ उन्होंने कहा कि, “ले
रिपोर्ट के मुताबिक, शौरी ने कहा कि हमें एक व्यक्ति या नेता लंबे समय से क्या कर रहा है, उसकी जांच नहीं करनी चाहिए, बल्कि उसके कार्य पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए. महात्मा गांधी का उद्धरण देते हुए उन्होंने कहा कि, “गांधीजी कहते थे कि वह (व्यक्ति) क्या कर रहा यह मत देखिए, बल्कि उसके चरित्र को देखिए और आप उसके चरित्र से क्या सीख सकते हैं.”
उन्होंने कहा कि, “हमने दो बार (पूर्व प्रधानमंत्री) वी.पी.सिंह व नरेंद्र मोदी के मामले में चूक कर दी. वे वही बात कहते हैं जो उस क्षण के लिए सुविधाजनक होती है.” इसके अलावा शौरी ने मोदी सरकार द्वारा शीतकालीन सत्र को छोटा करने की भी कड़ी आलोचना की. बता दें कि इससे पहले शौरी ने नोटबंदी को अब तक की सबसे बड़ी मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम बताया था.