मध्य प्रदेश नरसिंहपुर के किसान ने की आत्महत्या, किसान आज दिल्ली में करेंगे आन्दोलन

किसान जो कर्ज से परेशान है उनकी ये समस्या वर्षों से जमी हुई है. देश में लगभग सवा 3.25 लाख किसान आत्महत्या कर चुके है और ये आकड़ा हर दिन बड़ता जा रहा है. ये वाकिया मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर का है, जहां एक कर्ज और आर्थिक तंगी के चलते एक 22 किसान ने खुदकुशी कर ली.
दूसरी ओर, पिछले कुछ महीने से चल रहा किसानों का आंदोलन एक बार फिर से लामबंद हो रहा है. किसानों के देशव्यापी प्रदर्शन के बीच उनकी मांगे अनसुनी हैं और उनकी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं. इसके चलते सोमवार, 20 नवंबर को दिल्ली में 180 किसान संगठनों ने मिलकर किसान मुक्ति संसद का आयोजन किया है जिसमें हज़ारों किसानों के शामिल होने की संभावना है.

मध्य प्रदेश में नरसिंहपुर जिले के सुआतला पुलिस थाना क्षेत्र में कर्ज से परेशान होकर एक किसान ने कथित रूप से अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. सुआतला पुलिस थाने की बरमान पुलिस चौकी के प्रभारी सहायक उप निरीक्षक आरएन पराते ने रविवार को बताया कि इमझीरी डींगसरा गांव के निवासी 22 वर्षीय रंजीत सिलावट ने शनिवार रात अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. उन्होंने मृत किसान के परिजनों के हवाले से बताया कि फसल खराब होने और बढ़ते कर्ज से परेशान होकर रंजीत ने यह आत्मघाती कदम उठाया.
 Farmer of Madhya Pradesh Narsinghpur commits suicide
उन्होंने रंजीत के भाई अजीत के हवाले से बताया, वह गन्ने की फसल बेचने मंडी गया था, लेकिन रास्ते में ही उसकी ट्राली पलट गई. इसके बाद उसने वहां से लौटकर अपने घर के एक कमरे में स्वयं को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. पराते ने बताया कि अजीत के मुताबिक उसका भाई दलहन के फसल खराब होने से पहले ही आर्थिक रूप से परेशान था. इसके साथ ही उसने कुछ लोगों से कर्ज ले रखा था, जो कि लगातार बढ़ रहा था. इसके अलावा उसके पिता की कैंसर की बीमारी के इलाज में उसकी काफी रकम खर्च हो गई. एएसआई ने कहा कि पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है. जांच के बाद ही आत्महत्या के सही कारण का खुलासा हो सकेगा.

देश भर से किसान नई दिल्ली में 20 नवंबर से अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) के बैनर तले दो दिनों के प्रदर्शन में भाग लेंगे. वे अपने उत्पाद के लिए बेहतर कीमतों और कर्ज से पूरी आजादी की मांग करेंगे. उन्होंने कहा, हम फौरन व्यापक कर्ज माफी सहित कर्ज से आजादी की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज की समस्या के हल के लिए सांविधिक संस्थागत तंत्र स्थापित किए जाने की भी मांग की जाएगी.