झाबुआ में ड्राइवर-कंडक्टर और हेल्पर बोले, बसें शुरू हो भी गई तो नहीं चलाएंगे

5 महीने का वेतन दिलाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम दिया गया है ज्ञापन

जिले की प्राइवेट बसों के ड्राइवरों, कंडक्टरों और हेल्परों ने बसें शुरू होने के बावजूद इन्हें नहीं चलाने की बात कही है। सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन चालक-परिचालक संघ ने एडीएम एसपीएस चौहान को दिया।

इसमें उन्होंने कहा, बसें शुरू होने पर भी हम लोग हड़ताल पर रहेंगे। लगातार 5 महीने से न वेतन मिला, न कोई सरकारी मदद। ऐसे में उधार करके घर चला रहे हैं। जब तक सरकार और मोटर मालिकों की ओर से इन मांगों का निराकरण नहीं कर दिया जाता, बसें नहीं चलाएंगे। ज्ञापन में लिखा गया कि प्रधानमंत्री ने बिना काम के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए कहा था। लेकिन हमें एक रुपया नहीं मिला।

सरकारी मदद भी किसानों को मिल रही है और दूसरे लोगों को। ड्राइवरों, कंडक्टरों और हेल्परों की किसी ने नहीं सोची। इसलिए हमें 7500 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से 5 महीने का वेतन, कोरोना फाइटर घोषित कर 50 लाख रुपए का बीमा, कोरोना कल्याण योजना में लाभ, मोटरयान चालक-परिचालक कल्याण योजना का पूरा लाभ, खाद्यान्न पर्ची का लाभ दिया जाए। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष हाजी लाला और 4 अन्य सदस्य शामिल थे।