दिवाली में नहीं बढ़ी डिमांड जिस कारण कम हो सकती है देश की जीडीपी..

देश की आर्थिक विकास दर में लंबे समय से गिरावट देखने को मिल रही है। इसके साथ ही इस दिवाली से सभी लोगों को काफी उम्मीदें थीं कि इस बार दिवाली की सेल से देश की इकोनॉमी में रफ्तार आ सकती है, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था को दिवाली ने ज्यादा निराश किया है। इस समय स्थिति यह है कि आने वाले समय में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट और भी कमी आ सकती है।


फिर घट सकती है जीडीपी

ग्‍लोबल फाइनेंशियल सर्विस प्रोवाइडर की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार ब्रोकरेज फर्म बैंक ऑफ अमरीका मेरिल लिंच (BofA-ML) ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की ओर से किए गए कई प्रयासों के बाद भी देश की इस बार दिवाली में डिमांड में काफी कमी आई है, जिस तक से दिवाली पर डिमांड में तेजी आनी चाहिए थी उस प्रकार की तेजी नहीं देखी गई है। जिसके चलते चालू वित्त वर्ष 2019-20 में सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर 0.30 फीसदी घटकर 5.8 फीसदी पर आने का अनुमान है।


आरबीआई आगे भी कर सकती है कटौती

विदेशी ब्रोकरेज फर्म बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (BofA-ML) ने जानकारी देते हुए बताया कि आरबीआई ने दिसंबर में भी ब्याज दरों में कटौती कर सकती है। जबकि, फरवरी की समीक्षा के बाद वह 0.15 फीसदी की कटौती और कर सकती है।


जीडीपी में आई गिरावट

आपको बता दें कि अप्रैल-जून तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ गिरकर 5 फीसदी पर पहुंच गई है। यह पिछले 6 सालों का सबसे निचला स्तर है। जीडीपी ग्रोथ में गिरावट आने के बाद सरकार की ओर से कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन उसके बाद भी देश की इकोनॉमी में कुछ खास रफ्तार देखने को नहीं मिल रही है। वृद्धि दर में यह गिरावट जुलाई-सितंबर अवधि में भी जारी रहने की आशंका है।