दिग्विजयसिंह ने कांग्रेस के समर्थन में बोला- ये कांतिलाल का आखिरी चुनाव, उन्हें जिता दो

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह बुधवार को झाबुआ पहुंचे। यहां वो पहले झाबुआ और फिर आलीराजपुर जिले के बोरी क्षेत्र में पहुंचे। बोरी के 34 बूथ झाबुआ विधानसभा क्षेत्र में आते हैं। उनके साथ बेटे मंत्री जयवर्धनसिंह, विक्रांत भूरिया भी थे। झाबुआ से बाेरी तक उनकी कार खुद प्रभारी मंत्री सुरेंद्रसिंह बघेल चलाकर ले गए। बोरी में हुई सभा में दिग्विजयसिंह ने लोगों से कहा, ये कांतिलाल भूरिया का आखिरी चुनाव है। उन्हें जिता दीजिए। उनके पहले कांतिलाल भूरिया ने भी अपने भाषण में इशारों में ये बात कही, लेकिन दिग्विजयसिंह ने स्पष्ट रूप से ये बात कह दी।

दिग्विजयसिंह पहुंचे तो बुधवार को कांग्रेस के कई बड़े नेता भी यहां आए। जब वो कांग्रेस के चुनाव कार्यालय गए तो यहां इतनी गाड़ियां आ गई कि यातायात में समस्या आने लगी। भीड़ जमा हो गई। यहां उन्होंने बैठक लेकर कार्यकर्ताओं और नेताओं से मुलाकात की। बोरी क्षेत्र में सभाओं के बाद झाबुआ विधानसभा क्षेत्र में दूसरी जगहों पर जाकर बैठकें भी ली। बुधवार को ही अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आरिफ अकील भी झाबुआ आए। उन्होंने अल्पसंख्यक वार्डों में पहुंचकर लोगों से बात की।

मोदी सरकार ने बेरोजगार कर दिया : मीडिया से बातचीत में दिग्विजयसिंह ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। वो बोले नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया। लगातार हालत बिगड़ती जा रही है। बेरोजगारी चरम पर है। बीएसएनएल में सवा लाख कर्मचारियों की नौकरी जाने वाली है। कइयों को 2 महीने से वेतन नहीं मिला। विश्व का कोई अर्थशास्त्री ये मानने को तैयार नहीं है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था सुधरी है। पूर्व पीएम मनमोहनसिंह ने चेता दिया था, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार इस पर बात करने को तैयार नहीं है। झाबुआ में मनरेगा बंद करने से हालात खराब हुए। लोग काम के लिए बाहर जा रहे हैं। ये सरकार उद्योगपतियों के भले का काम करती है। कांग्रेस में फूट के सवाल पर बोले, हमारे यहां सब ठीक है।