दिग्विजय के ट्वीट पर कमलनाथ ने किया पलटवार, दिग्विजय ने कहा- कमलनाथ दे रहे अपना सर्वश्रेष्ठ

भोपाल. मध्यप्रदेश कांग्रेस में इन दिनों सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी ही सरकार पर कर्जमाफी को लेकर हमला बोल रहे हैं तो दूसरी तरफ अब दिग्विजय सिंह के सवाल के जबाव में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पलटवार किया है। दरअसल, मध्यप्रदेश में गाय को लेकर कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के बीच ट्विटर में संवाद हुआ है। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर पर सड़क पर खड़ी गायों की फोटो को शेयर किया और भाजपाई नेताओं को नसीयत देने की बात कही। दिग्विजय सिंह के सवाल पर कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा- गाय हमारे लिए राजनीति का नहीं बल्कि आस्था का विषय है।

दिग्विजय की सफाई
हालांकि कमलनाथ के पलटवार के बाद दिग्विजय सिंह ने आज एक बार फिर से ट्वटीक करते हुए सफाई दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि- क्या बकवास है !! हम सभी मप्र के लोगों की सेवा करने के लिए एक साथ हैं जिन्होंने हमें राज्य की सेवा के लिए जनादेश दिया है। कमलनाथ जी हमारे घोषणापत्र में किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ और काफी सफलतापूर्वक कर रहे हैं। यह सब भाजपा का प्रोपोगंडा है।


क्या कहा दिग्विजय सिंह ने
गाय की फोटो शेयर करते हुए दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर पर लिखा- यह चित्र है भोपाल इंदौर हायवे का जहां आवारा गऊ माता बैठी रहती हैं और लगभग हर दिन ऐक्सिडेंट में मर जाती हैं। कहां हैं हमारे गौ माता प्रेमी गौ रक्षक? मप्र शासन को तत्काल इन आवार गौ मात को सड़कों से हटा कर गौ अभ्यरण या गौ शालाओं में भेजना चाहिये। यदि कमल नाथ जी आपने तत्काल ऐंसा कर के दिखा दिया तो आप सच्चे गौ भक्तों में गिने जायेंगे, और तथा कथित भाजपाई नेताओं को नसीयत मिलेगी।


कमल नाथ का पलटवार
दिग्विजय सिंह के ट्वीट के जबाव में कमलनाथ ने चार ट्वीट किए। कमलनाथ ने कहा- प्रिय दिग्विजय सिंह जी , आपने भोपाल- इंदौर हाईवे पर बैठी, दुर्घटना का शिकार हो रही गौमाता का ज़िक्र किया। इनको लेकर सरकार को कुछ करना चाहिये तो आपकी जानकारी के लिये बता दूँ कि मैंने अभी कुछ दिनो पूर्व ही प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर जहां बरसात के मौसम में खेतो की मिट्टी गीली होने की वजह से गौमाता सड़कों पर आकर बैठती है और वाहन दुर्घटना का शिकार होती है , उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए अधिकारियों को एक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये हैं। 1000 गौशालाओं का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है।


300 गौशाला बनाने का लक्ष्य
कमलनाथ ने कहा- अगले वर्ष तक 3000 गौशालाएँ बनाने का लक्ष्य है। गौशाला बनने के बाद ही गौमाता के सड़कों पर बैठने पर कमी आयेगी। मैं इसको लेकर ख़ुद चिंतित हुं। हम प्रमुख शहरों को आवारा पशु मुक्त बनाने की योजना पर भी काम कर रहे है। यह भी सच है कि हमारे लिये गौमाता सिसायत नहीं आस्था व गौरव का प्रतीक है। गौमाता की रक्षा व संवर्धन के लिये जो कार्य वर्षों में नहीं हो पाये है , वह हम करना चाहते हैं।