नोटबंदी से मिला क्या, बाबा जी क़ा ठुल्लु…?
प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी को लेकर लालकिले क़ी प्राचीर से बड़ा झूँठ बोला था…!
आज रिजर्व बैंक ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट मेँ नोटबंदी पर कहा कि 99.3 % पुराने नोट वापस आ गये, मतलब कि 15 लाख 41 हजार करोड़ मेँ से मात्र करीब 11 हजार करोड़ के पुराने नोट वापस नहीं आए…!
दोस्तों, नोटबंदी को लेकर पिछले साल 15 अगस्त को मोदी जी ने लालकिले क़ी प्राचीर से दावा किया था कि नोटबंदी से 3 लाख करोड़ क़ा काला धन बाहर आया, अब जबकि रिजर्व बैंक के अनुसार 99.3% पुराने नोट वापस जमा हो चुके हैं तो फिर मोदी जी क़ी लालकिले क़ी घोषणा क़ा क्या हुआ, क्या मोदी जी ने लालकिले से देश को झूँठ बोलकर बेवकूफ बनाया था…?
अफसोस दोस्तों, अहंकारी मोदी जी ने नोटबंदी को सही साबित करने के जितने भी तर्क रखे थे, वो सभी कुतर्क साबित हुए…!
नीचे देखिए दावे जो प्रधानंमत्री ने किए थे…!
1. क्या नोटबंदी से काला धन सामने आया, बिल्कुल नहीं…?
2. क्या नोटबंदी से नकली नोटों क़ी समस्या खत्म हुई, बिल्कुल नहीं…?
3. क्या नोटबंदी से कश्मीर मेँ आतंकवाद क़ी घटनाओं मेँ कमी आई, बिल्कुल नहीं…?
4. क्या नोटबंदी से नक्सलवाद खत्म हुआ, बिल्कुल नहीं…?
5. क्या नोटबंदी से कश्मीर मेँ पत्थरबाजी क़ी घटनाएं रुकी, बिल्कुल नहीं…?
6. क्या नोटबंदी से डिजिटल transactions मेँ वृद्धि हुई, बिल्कुल नहीं…?
अगर ऐसा हुआ होता तो फिर नोटबंदी के समय 15.41 लाख करोड़ क़ी नकदी बाजार मेँ थी, जो कि मार्च 2018 तक बढ़कर 18.03 लाख करोड़ हो गई, यानि अब पहले से ज्यादा नकदी अब मार्केट मेँ है, फिर डिजिटल transaction कहाँ बढ़ा…?
दोस्तों, अहंकारी मोदी जी ने सिर्फ सस्ती लोकप्रियता और खुद को दुनिया क़ी नजर मेँ “बड़ा” दिखाने क़ी जिद्द मेँ नोटबंदी करके, देश क़ी अर्थव्यस्था क़ी कमर तोड़ने क़ा काम किया है…!
अपने इस कुकृत्य के लिए मोदी जी को त्यागपत्र देना चाहिये और देश के हर चौराहे पर कुछ-कुछ देर रूककर माफी मांगनी चाहिए…!