देशभक्त भाजपा ने CM विजय रूपाणी के बाद अब PM मोदी की रैली में शहीद के परिवार का किया अपमान

देशभक्ति और राष्ट्र पर अपनी जान न्योछावर करने की बाते करने वाली भाजपा सरकार की असलियत अभी कुछ ही दिनों में 2 बार सामने आ चुकी है. बीजेपी के नेता सिर्फ बाते करते है, उन बातो को फॉलो नहीं करते. जो बीजेपी देश भक्ति की बाते करते नहीं थकती वो सरकार देशभक्तों और उनके परिवारों का अपमान भरी सभा में कर रही है.

गुजरात में एक रैली के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के सामने ही शहीद बीएसएफ जवान की बेटी को पुलिसकर्मियों द्वारा घसीटकर सभा से बाहर करने का मामला अभी ठंडा ही नहीं हुआ कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भी कथित तौर पर शहीद के परिवार का अपमान किए जाने का मामला सामने आया है. पीएम मोदी की रैली में पहुंचीं शहीद की बहन को कथित तौर पर रैली से बाहर कर दिया गया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात विधानसभा चुनाव में जुटे पीएम मोदी की रविवार (3 नवंबर) को सुरेंद्रनगर रैली में जम्मू-कश्मीर में शहीद बीएसएफ जवान बशीर अहमद मुतानी की बहन नसीम मुतानी को पुलिसकर्मियों ने जनसभा से बाहर कर दिया. बताया जा रहा है कि शहीद जवान की बहन राज्य सरकार की ओर से सहायता के रूप में जमीन और पेट्रोल पंप चेक नहीं मिलने से नाराज थीं.

शहीद की बहन पीएम मोदी से मिलकर पूछना चाहती थीं कि राज्य सरकार द्वारा उनके परिवार को अभी तक मुआवजा क्यों नहीं दिया गया है. लेकिन सुरक्षाकर्मियों द्वारा मिलने नहीं देने के बाद रैली में राज्य सरकार की उदासीनता को लेकर शहीद की बहन हंगामा करने लगीं. नसीम रैली में ही अपनी समस्या को लेकर जोर-जोर से चिल्नाने लगी. जिसके बाद वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने शहीद की बहन को जनसभा से बाहर कर दिया.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक शहीद की बहन नसीम रैली में उपस्थित मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि, “मैंने जिला कलेक्टर और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को इस बारे में अवगत करा दिया है, लेकिन आज तक मेरे परिवार को एक शहीद के परिवार का अधिकार नहीं मिला है.”

उन्होंने कहा कि मैं यहां आवेदन की एक प्रति के साथ प्रधानमंत्री से मिलने आई हूं. मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहती हूं कि एक शहीद के परिवार को वित्तीय मदद से वंचित क्यों किया गया है.” बता दें कि पांच साल पहले 2012 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए भारतीय सेना के जवान (BSF) बशीर अहमद शहीद हो गए थे.