देशभर में अपना लोहा मनवाने वाले इंदौर में अब दौड़ने लगीं इलेक्ट्रिक बसें

इंदौर. स्वच्छता के मामले में देशभर में लोहा मनवाने वाला इंदौर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी उत्कृष्ट मॉडल बन गया है. इंदौर प्रदेश का पहला शहर बन गया है जहां इलेक्ट्रिक बसें दौड़ने लगी हैं. नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन के सहयोग से एआईसीटीएसएल ने ये 40 इलेक्ट्रिक बसें शहर में उतार दी हैं. बुधवार को इन बसों को नगरीय विकास मंत्री जयवर्धन सिंह ने खजराना गणेश मंदिर प्रांगण से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड ने आज गुरुवार से शहर के लोगों के लिए ये सुविधा शुरू कर दी. इन बसों को पांच रूटों पर चलाया जाएगा. नई इलेक्ट्रिक बसों के लिए सभी रूटों पर चार्जर प्‍वाइंट बनाए गए हैं. अच्‍छी बात ये है कि दो घंटे की चार्जिंग के बाद ये बसें 100 किलोमीटर का सफर तय करेंगी.

इन रूट पर चलेंगी बसें
ये इलेक्ट्रिक बसें रेलवे स्टेशन से एयरपोर्ट, मालवा मिल से चंदन नगर, गंगवाल बस स्टैंड से खजराना गणेश मंदिर, तीन इमली से चाणक्यपुरी और हवा बंगला से बाणेश्वर कुंड रूट पर चलाई जाएंगी. हर बस की कीमत 90 लाख रुपए है और अभी प्रयोग के तौर पर शहर में एक ही इलेक्ट्रिक बस तीन इमली चौराहे से चल रही है.

आधुनिक सुविधाओं लैस हैं ये बसें

देशभर में स्वच्छता के मामले में चौथी बार झंडे गाड़ने की तैयारी कर रहे इंदौर शहर को कुछ अलग करने के लिए और पर्यावरण प्रेम के लिए जाना जाता है. इस बार भी इंदौर नगर निगम ने पर्यावरण प्रेमी पहल के साथ सस्ते आवागमन की पहल शुरू की है. इंदौर नगर निगम का इस साल शहर में 100 इलेक्ट्रिक बस चलाने का प्लान है, क्योंकि यह बस सुरक्षा के लिहाज से बेहद सुरक्षित है. बस में कैमरे और एअर कंडीशनर लगा हुआ है. जबकि ये बसें चलने में बेहद स्मूथ हैं और यात्रियों के लिए बहुत ज्यादा कंफर्टेबल भी हैं. जबकि ये बस वर्तमान में चल रही बसों की तुलना में 10 गुना कम खर्च में दौड़ेगी. इसमें 40 यात्री एक बार में सफर कर सकेंगे. इस मौके पर इंदौर की मेयर मालिनी गौड़ और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी भी मौजूद रहे.