गुजरात चुनाव: दलित नेता जिग्नेश मेवानी निर्दलीय मैदान में उतरने को तैयार, कांग्रेस देगी बाहर से समर्थन

दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने सोमवार(27 नवंबर) को घोषणा की है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में बनासकांठा जिले की वड़गाम सीट (एससी के लिए आरक्षित) से वह चुनाव में निर्दलीय उतरेंगे. कांग्रेस उन्हें बाहर से समर्थन देगी.

न्यूज़ एजेंसी भाषा की ख़बर के मुताबिक, वर्तमान विधायक मणिभाई वाघेला ने कहा कि राज्य कांग्रेस ने उन्हें इस सीट से चुनाव नहीं लड़ने का निर्देश दिया है और यह मेवानी के साथ समझौते का हिस्सा है. वाघेला ने कहा कि कांग्रेस ने वड़गाम सीट पर मेवानी को परोक्ष समर्थन दिया है. यह सीट अनुसूचित जाति (एससी) के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है.

वाघेला ने पीटीआई से कहा कि, पार्टी ने मुझसे कहा है कि मैं इस बार वड़गाम सीट से चुनाव ना लडूं. वैसे तो मवानी निर्दलीय के तौर पर चुनाव में उतरेंगे लेकिन कांग्रेस उन्हें समर्थन देगी. इस सीट पर कांग्रेस की ओर से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा जाएगा.
 Dalit leader Jignesh Mewani is ready to go to the Independent,
जिग्नेश ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा, ‘निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में वह वड़गांव 11 चुनावक्षेत्र से गुजरात विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे. आज वडगांव पर्चा भरने जाएंगे. पिछले कुछ महीनों से, खास तौर पर चुनाव की घोषणा होने के बाद अनगिनत आंदोलनकारी साथियों का और युवा वर्ग का न केवल यह अनुरोध था बल्कि यह ख्वाहिश थी कि हम इस बार जमकर चुनाव लड़ें और फासीवादी बीजेपी के सामने सड़कों के साथ-साथ चुनाव में भी मुकाबला करें.’

उन्होंने कहा, ‘भाजपा हमारी परम शत्रु है, इसलिए भाजपा को छोड़कर कोई भी राजनीतिक दल (या निर्दलीय प्रत्याशी) हमारे सामने अपना उम्मीदवार खड़ा ना करे. यह हमारा अनुरोध है. लड़ाई सीधी हमारे और भाजपा के बीच में होने दें. पिछले 22 साल से गुजरात में जो तानाशाही चल रही है, उसके सामने ऊना से लेकर अब तक हमने जो संघर्ष किया है, जो माहौल बनाया है, उससे न केवल गुजरात लेकिन पूरे देश की जनता वाकिफ है.’
जिग्नेश ने कहा, ‘हम जिन मुद्दों को लेकर संघर्ष करते आए हैं और जिस ऊर्जा, प्रतिबद्धता और जोश के साथ अब तक सड़कों पर दलित-शोषित तबकों की आवाज़ बने हैं, उन्हीं मुद्दों की बात करने के लिए और इसी आवाज़ को बुलंद करते हुए गुजरात विधानसभा में भी जाएंगे. चुनाव जीतने के बाद जनता की लड़ाई को और भी तेज करेंगे. यह हमारा वादा है.’