झाबुआ उपचुनावः कांग्रेस और बीजेपी ने जीत के लिए झोंकी ताकत

आगामी 21 अक्टूबर को होने वाले झाबुआ विधानसभा उपचुनाव का प्रचार समाप्त होने में अब अंतिम पांच दिन ही बचे हैं. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को घेरने के लिए इंदौर से बीजेपी के 15 प्रमुख नेता झाबुआ पहुंच गए हैं. वे 19 अक्टूबर तक यहां डेरा जमाए रखेंगे. दूसरी ओर, भाजपा के उम्मीदवार भानू भूरिया को शिकस्त देने के लिए कांग्रेस ने भी पूरी तैयारी कर रखी है. कांग्रेस की तरफ से प्रदेश सरकार के कई मंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता झाबुआ में पूरे जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. दोनों दी दलों के चुनाव रणनीतिकारों में एक खास बात यह है कि अधिकतर नेता इंदौर या आसपास के क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं. यानी झाबुआ उपचुनाव में जीत या हार का दारोमदार इंदौरी नेताओं पर टिका हुआ है. आपको बता दें कि झाबुआ में 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि मतगणना 24 अक्टूबर को होगी.

भाजपा की तरफ से अपने उम्मीदवार भानू भूरिया के चुनाव प्रचार की कमान पार्टी के कुशल संगठक माने जाने वाले पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे ने संभाल रखी है. बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला शुरू से ही झाबुआ में डटे हुए हैं. इसके अलावा विधायक महेंद्र हार्डिया, प्रदेश उपाध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता, जीतू जिराती, पूर्व विधायक राजेश सोनकर, प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा भी प्रचार की बागडोर संभाले हुए हैं. पार्टी के युवा मोर्चा को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है, क्योंकि चुनाव में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष भानू भूरिया ही मैदान में हैं. युवा मोर्चा के इंदौर नगर अध्यक्ष मनस्वी पाटीदार, प्रदेश पदाधिकारी प्रदीप नायर और गौरव रणदिवे पूरी जिम्मेदारी के साथ पार्टी की जीत की राह आसान करने में जुटे हैं. चुनाव के आखिरी दिनों में बीजेपी की दिग्गज नेता और लोकसभा की पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन और सांसद शंकर ललवानी भी झाबुआ में प्रचार करते नजर आएंगे. सोमवार को पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने रोडशो के जरिए भानू भूरिया को वोट देने की अपील की है.