तीन राज्यों के चुनाव में जहां थी कांग्रेस सरकार वहां 2 सीटों पर सिमटी BJP

नई दिल्ली। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा के चुनावी नतीजों में नगालैंड और त्रिपुरा में प्रधानमंत्री मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपना पूरा जोर लगाकर जीत दर्ज की है वही त्रिपुरा में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की लेकिन मेघालय में भाजपा मात्र 2 सीटों पर ही सिमट गई।

जहां पूरे पूर्वोत्तर में मोदी लहर बताई जा रही है तो वही मेघालय में यह लहर कहर नहीं बन पाई मेघालय में विधानसभा की कुल 60 सीटें हैं जिनमें से 59 सीटों पर ही विधानसभा चुनाव हुए। विलियमनगर सीट पर NCP उम्मीदवार की हत्या की वजह से वहां चुनाव नहीं हुआ था। मेघालय में 2009 से कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस पार्टी के मुकुल संगमा मेघालय के मुख्यमंत्री है। राज्य में कांग्रेस की मुख्य लड़ाई बीजेपी-एनपीपी से थी।

विधानसभा चुनावों के नतीजों के अनुसार कांग्रेस के खाते में कुल 21 सीटें गई हैं और इसी आंकड़े के साथ कांग्रेस मेघालय में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी लेकिन बहुमत हालिस करने में असफल रही। यहां तक कि पिछले 10 सालों से मेघालय में सत्ता पर काबिज कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए इस बार पापड़ बेलने पड़ सकते हैं।

मेघालय की 59 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस ने 21 पर जीत दर्ज की है। जबकि देश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी मात्र 2 सीट पर ही सिमट गई वही एनपीपी 19, यूडीपी 6, और अन्य को 11 सीटें मिली हैं। इन नतीजों में कांग्रेस भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो लेकिन अगर उसे सरकार बनाना है तो उसे दूसरों की जरूरत पड़ेगी। बहुमत के लिए कांग्रेस को अन्य दलों के समर्थन की आवश्कता है।

गोवा और मणिपुर जेसी कोई अनहोनी ना हो जाए इससे बचते हुए कांग्रेस ने पार्टी के अहम रणनीतिकार अहमद पटेल एवं मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता कमलनाथ को मेघालय के लिए शनिवार सुबह ही रवाना कर दिया। कांग्रेस ने पिछली गलतियों से सबक लेते हुए जरूरी नंबर जुटाने के लिए गणित बैठाना शुरू कर दिया है। शिलांग पहुंचते ही अहमद पटेल ने कहा कि हम यहां सरकार बनाने आए हैं। नतीजों से साफ है कि कांग्रेस अगर कुछ निर्दलीय या छोटे दलों के विधायकों को अपने साथ लाने में सफल होती है तो वह राज्य में अपनी सत्ता बचा सकती है। ऐसे में जो भी पहले निर्दलीय या छोटे दलों को अपने खेमे में ले लेगा, वही मेघालय में सरकार बना पाएगा।

सूबे में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। जिसके कारण चुनाव में त्रिशंकु परिणाम आने के बाद कांग्रेस ने त्तपरता दिखाते हुए पहले ही राज्यपाल से मुलाक़ात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। कांग्रेस मेघालय को लेकर गोवा और मणिपुर जैसी भूल नहीं दोहराना चाहती है। इसलिए मेघालय कांग्रेस अध्यक्ष विंसेंट पाला और कांग्रेस महासचिव सीपी जोशी ने देर रात ही राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात की और सरकार बनाने की दावेदारी वाला पत्र सौंप दिया।