मध्यप्रदेश की चित्रकूट विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने फिर बाज़ी मारी, 15 हजार वोटो से हारी बीजेपी

देश अब हर जगह चुनावी माहोल शुरू हो चूका है, बीजेपी का पूरा ध्यान गुजरात चुनाव में अटका है.बीजेपी के हालत हर जगह बुरे नजर आ रहे है. अब लगने लगा है देश में जो में मोदी लहर नाम की चीज थी वो अब ख़त्म हो गयी है. अब लोगो का ध्यान जुमलो से जुमलो से हटकर सच्चाई पर केन्द्रित होने लगा है. इसी के परिणाम स्वरूप बीजेपी को जगह-जगह हर का सामना करना पड़ रहा है.

कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के चित्रकूट की विधानसभा को जीत लिया है. कांग्रेस उम्मीदवार निलांशु चतुर्वेदी ने बीजेपी के शंकर दयाल त्रिपाठी को करीब 15 हजार वोटों से हरा दिया. इस सीट पर उपचुनाव यहां के विधायक प्रेम सिंह के निधन के कारण हुआ था. प्रेम सिंह भी कांग्रेस के ही विधायक थे. चुनाव का नतीजा आने के बाद जहां कांग्रेस खेमा जश्न मना रहा है वहीं बीजेपी ने कहा है कि वह हार के कारणों की समीक्षा करेगी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार चौहान ने हार स्वीकारते हुए कहा कि यह कांग्रेस की परंपरागत सीट है और उसे इसी का फायदा मिला, “हम जनादेश को स्वीकार करते हैं.”

वोटों की गिनती के बाद कांग्रेस के निलांशु चतुर्वेदी को 66,810 और बीजेपी के शंकरदयाल त्रिपाठी को 52,477 वोट मिले. 9 नवंबर को हुए उपचुनाव के मतदान में 65 फीसदी से ज्यादा मतदाताओं ने वोट डाले थे. चुनाव में 9 निर्दलीयों समेत कुल 12 उम्मीदवार मैदान में थे.
लेकिन, मुख्य मुकाबला बीजेपी के शंकरदयाल त्रिपाठी और कांग्रेस के नीलांशु चतुर्वेदी के बीच ही था. इस चुनाव के लिए दोनों पार्टियों ने काफी जोर लगाया थाष आखिरी वक्त में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराद सिंह चौहान ने यहां के प्रचार की कमान संभाली थी. उन्होंने कई संभाएं और रोड शो किए थे. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान समेत कई मंत्रियों ने रैलियां की थीं.वहीं कांग्रेस की तरफ से यहां पूर्व केंद्रीय मंत्रियों कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभाएं की थीं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने भी यहां प्रचार किया था.