सीएम कमलनाथ के आदेश का असर, सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर जांच रहे अधिकारी

भोपाल. मध्य प्रदेश में इस बार से 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएं होने जा रही हैं. बोर्ड परीक्षाओं से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार 6 दिसंबर को अधिकारी स्कूलों में पहुंचे हैं. बोर्ड परीक्षाओं में रिज़ल्ट (Board Results) बेहतर हो इसकी कवायद अभी से शुरू हो गई है. अफसरों ने सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं की कॉपियां चेक कीं, ताकि बोर्ड परीक्षाओं से पहले स्कूलों में शिक्षकों की तैयारियों को परखा जा सके. इस दौरान शिक्षकों (Teachers) को भी परखा जा रहा है.

प्रदेश भर में अफसर परख रहे शिक्षा का स्तर
शिक्षा के स्तर में सुधार को लेकर अफसर सरकारी स्कूलों के दौरे कर रहे हैं. इस दौरान अफसरों ने छात्र-छात्राओं की कॉपियां चेक कीं साथ ही शिक्षकों के शैक्षणिक स्तर की जानकारी ली. भोपाल में जिला परियोजना समन्वयक प्रभाकर श्रीवास्तव शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला विद्यानगर सहित 3-4 स्कूलों में पहुंचे. जिला परियोजना समन्वयक का कहना है कि कॉपियों की चैकिंग से बच्चों का कोर्स पूरा हुआ है या नहीं इस बात का भी परीक्षण हुआ है. वहीं शिक्षक सही तरीके से बच्चों को पढ़ा रहे हैं या नहीं, इसे भी परखा जा रहा है.

कुछ स्कूलों में गड़बड़ियां भी मिलीं

बैरसिया ब्लॉक के चांदासलोई स्कूल में भारी गड़बड़ियां मिली. इस स्कूल में ना तो बच्चों का अभ्यास कार्य पूरा हुआ है और ना ही बच्चों की कॉपियां चेक की हुई मिलीं. प्रदेश भर से कॉपियों को चैक करने की रिपोर्ट राज्य शिक्षा केंद्र को भेज दी गई है. सारे स्कूलों की रिपोर्ट को परखने के बाद लापरवाही बरतने वाले स्कूलों के शिक्षकों पर फिर से कार्रवाई की तैयारी है.

राज्य शिक्षा केंद्र ने जारी किए थे आदेश
राज्य शिक्षा केंद्र की संचालक आईरीन सिंथिया ने स्कूलों में अधिकारियों को निरीक्षण करने के आदेश जारी किए थे. शुक्रवार 6 दिसंबर को सिर्फ एक दिन के लिए प्रदेश के हर जिले में अधिकारी कॉपियां चेक करने के लिए पहुंचे हैं. हालांकि संचालक आईरीन सिंथिया ने अब तक भोपाल के किसी भी सरकारी स्कूल का निरीक्षण नहीं किया है.