फ्लॉप हुआ भाजपा का कार्यकर्ता महाकुंभ, खाली रह गई 6 लाख कुर्सियां

भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा ने आज 25 सितंबर को जंबूरी मैदान में हुए कार्यकर्ता महाकुंभ को विश्व में किसी पार्टी का सबसे बड़ा आयोजन बनाने के लिए सारी ताकत झोंकी लेकिन वो असफल रही। इस सम्मेलन के बाद जो तस्वीरें सामने आ रही है उससे साफ दिख रहा है कि इस बार 2013 के कार्यकर्ता सम्मेलन से दोगुने यानी 10 लाख कार्यकर्ताओं के लिए इंतजाम किए गए थे। इसलिए भीड़ जुटाने के लिए पार्टी ने भारी-भरकम इंतजाम किए थे। हालांकि, मैदान पर इतने कार्यकर्ताओें के बैठने के लिए जितनी कुर्सियां चाहिए, उतनी भोपाल में नहीं मिलीं। लिहाजा, होशंगाबाद, इंदौर, सीहोर से बुलवाईं गईं। फिर भी जरूरत पूरी नहीं हुई तो गुजरात, हरियाणा और राजस्थान से डेढ़ लाख और कुर्सियां बुला ली गईं लेकिन वो खाली रह गई।

इस महाकुंभ के लिए एक करोड़ रुपए में 9 स्पेशल ट्रेन बुक की गई थी। ये ट्रेनें ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, कटनी, सिंगरौली, बालाघाट, नीमच, छतरपुर और बुरहानपुर से चलकर आई लेकिन इनमें कार्यकर्ता कम आएं। कार्यकर्ताओं को लाने के लिए 12 हजार बसें और 9 हजार निजी गाड़ियां लगाई गई। चूंकि हर बूथ से लोगों को लाने की बात की जा रही है यानी भोपाल आने में औसत 600 किमी बसें चलेंगी। इस हिसाब से 24 करोड़ खर्च बैठता है, लेकिन आयोजन में इतने खर्च के बाद भी खाली कुर्सियां नजर आ रही है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

इस सम्मेलन को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने दावा था कि 10 लाख कार्यकर्ता आएंगे, फिर आज भाजपा ने कहा कि 6.5 लाख आए लेकिन बताया जा रहा है कि पुलिस का आकलन 3 से 4 लाख लोग पहुंचने का है यानि इस आयोजन में 10 लाख लोगों के लिए कुर्सियां लगाई गई थी और 3 से 4 लाख लोग आएं मतलब साफ है कि 6 लाख कुर्सियां खाली रह गई।