BJP सांसद प्रज्ञा ठाकुर को महात्मा गांधी से है परहेज़, संकल्प यात्रा से बनाई दुरी

भोपाल. क्या भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को वाकई महात्मा गांधी से परहेज है ? ये सवाल इसलिए खड़ा हो रहा है क्योंकि बापू की 150वीं जयंती पर निकाली गयी बीजेपी की गांधी संकल्प यात्रा से उन्होंने लगातार दूरी बनाए रखी.

नेताओं के पास जवाब नहीं
बीजेपी की गांधी संकल्प यात्रा का समापन हो चुका है लेकिन प्रज्ञा ठाकुर एक भी दिन इस यात्रा में शामिल नहीं हुईं. बीजेपी के जो नेता अब तक ये कह रहे थे प्रज्ञा, आने वाले दिनों में यात्रा में शामिल होंगी वो भी अब चुप हैं. जबकि कांग्रेस पूरी बीजेपी को कठघरे में खड़ा कर कह रही है कि गोडसे के भक्त गांधी को कभी अपना ही नहीं सकते.

150 किमी की पदयात्रा
बीजेपी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर गांधी संकल्प यात्रा शुरू की थी. इस यात्रा में सभी सांसदों को 150 किमी पद यात्रा करना अनिवार्य था. लेकिन भोपाल से पार्टी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पार्टी के इस आदेश को नहीं माना. वो संकल्प यात्रा में शामिल नहीं हुईं. उनके इस रवैये से पार्टी आलाकमान भी नाराज़ है.

गांधी संकल्प यात्रा और साध्वी प्रज्ञा
बीजेपी की गांधी संकल्प यात्रा 2 अक्टूबर 2019 से शुरू होकर 11 नवंबर तक चली.इस यात्रा में सभी सांसदों को 150 किमी की पद यात्रा करना अनिवार्य था. ये छूट ज़रूर थी कि सांसद चाहें तो रिले फॉर्म में भी यात्रा में शामिल हो सकते थे. यानि लगातार 150 किमी ना चलकर, किश्तों में पद यात्रा कर सकते थे. लेकिन प्रज्ञा ठाकुर किसी भी तरह से इस पूरी यात्रा में शामिल नहीं हुईं. इसके पीछे उनके अस्वस्थ होने का हावाला दिया गया, जबकि इसी दौरान हुए दूसरे कार्यक्रमों में वो शामिल होती रहीं.

राष्ट्रपिता के बजाए राष्ट्रपुत्र
रेलवे के एक कार्यक्रम के दौरान प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता के बजाए राष्ट्रपुत्र करार दिया था. इससे पहले अपने एक विवादित बयान में वो नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दे चुकी हैं.

साध्वी पर शुरू हुई सियासत
गांधीजी को लेकर प्रज्ञा ठाकुर के बयान, गोडसे का समर्थन और अब गांधी संकल्प यात्रा में शामिल न होना कांग्रेस के लिए बड़ा मुद्दा बन गया है.कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता का कहना है कि गोडसे की विचारधारा वाले लोग गांधी जी को अपना बना ही नहीं सकते. वहीं संकल्प यात्रा के सह संयोजक रजनीश अग्रवाल का कहना है इस बारे में प्रदेश अध्यक्ष ही जवाब देंगे. बीजेपी की गांधी संकल्प यात्रा के लिहाज से मध्य प्रदेश में यात्रा के नतीजे दूसरे राज्यों के मुकाबले बेहतर रहे हैं. लेकिन प्रज्ञा ठाकुर के साथ उठे सवाल उससे कहीं ज्यादा बड़े हैं. सवाल ये कि क्या वाकई प्रज्ञा ठाकुर को गांधी से परहेज है ?