बीजेपी के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व शर्मा ने कैंसर जैसी जटिल बीमारि को लेकर एक विवादित बयान दिया, जिसे सुन पीड़ितो की भावनाएँ आहत हुई है. मंत्री जी ने कहा है कि पूर्व में किए गुनाहों के कारण लोगों को कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियां झेलनी पड़ती हैं.
जी हां, मंत्री जी के मुताबिक कुछ लोग कैंसर जैसी घातक बीमारियों से इसलिए ग्रस्त हैं क्योंकि उन्होंने अतीत में पाप किये हैं और यह ‘‘ईश्वर का न्याय’’ है. स्वास्थ्य मंत्री ने इस घातक बीमारी को दैवीय न्याय करार दिया. बिस्व शर्मा के इस बयान पर चारों तरफ से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, शर्मा ने मंगलवार को शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि ‘जब हम पाप करते हैं तो भगवान हमें सजा देता है. कई बार हम देखते हैं कि युवाओं को कैंसर हो गया या कोई युवा हादसे का शिकार हो गया. अगर आप पृष्ठभूमि देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि यह ईश्वर का न्याय है और कुछ नहीं. हमें ईश्वर के न्याय का सामना करना होगा.
उन्होंने आगे कहा कि, ‘कोई जरूरी नहीं है कि यह गलती हम खुद करें. कई बार संभव है कि शायद मेरे माता-पिता कोई गलती करें. कोई भी गलती करेगा तो दैवीय न्याय से बचा नहीं जा सकता. उसका परिणाम भुगतना पड़ता है. गीता और बाइबल में भी इसका जिक्र है कि हर क्रिया की एक प्रतिक्रिया होती है.’
स्वास्थ्य मंत्री के इस विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेसी नेता देबब्रत सैकिया ने कहा कि, ‘स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. यह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से पीड़ित लोगों की भावनाओं को दुख पहुंचाने जैसा है. मंत्री को इस बयान पर सार्वजनिक रूप से मांफी मांगनी चाहिए.’