गुजरात चुनाव: टिकट नहीं मिला तो BJP नेताओं ने दे दिया इस्तीफा, वापस लाने की मशक्कत में जुटे अमित शाह

बीजेपी के कारनामो की वजह से देश की जनता का विश्वास तो पहले ही बीजेपी से उठ चूका है पर अब उनकी ही पार्टी ने नेताओ का भी विश्वास टूटता नजर आ रहा है. कुछ खिलाफ बोल रहे है तो कुछ इस्तीफा दे रहे है. और अमित शाह पार्टी के कामो में कम उनके नेताओ को समझाने और उन्हें वापस लेन में लगे है.

भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात विधानसभा के 9 और 14 दिसंबर को होने वाले चुनाव के लिए शुक्रवार को पहली लिस्ट जारी की, जिसमें 70 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है. इस लिस्ट में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए 6 उम्मीदवार भी शामिल हैं. लेकिन बीजेपी की ओर से उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होते ही पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया.

बताया जा रहा है कि बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होते ही पार्टी में कई नेता नाराज हो गए हैं. नाराजगी इस हद तक बढ़ गई की उन्होंने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघानी को तत्काल प्रभाव से अपने इस्तीफे तक सौंप दिए. जिसके बाद नाराज पार्टी नेताओं को मनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को मोर्चा संभालना पड़ा.
bjp leader is very disappointed to amit shah by not getting ticket
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि सूची जारी होने के ठीक बाद गुजरात के अंकलेश्वर विधानसभा सीट पर टिकट पाने वाले उम्मीदवार के सगे भाई ने ही बगावत कर दी. भाई ईश्वर पटेल को टिकट मिलने के बाद भरुच जिला पंचायत के सदस्य वल्लभ पटेल ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया. वल्लभ ने भी पार्टी से टिकट मांगा था लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया.

इसके अलावा डांग में जिला बीजेपी महामंत्री दशरथ पुवार ने भी इस्तीफा दे दिया. पार्टी द्वारा विजय पटेल को उम्मीदवार घोषित करने के बाद उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए ये कदम उठाया. ख़बरों के मुताबिक, पादरी जिला पंचायत और तहसील पंचायत के नेता कमलेश पटेल ने इस्तीफा दिया है. वहीं वडोदरा जिला महामंत्री चैतन्य सिंह झाला ने भी पार्टी को इस्तीफा दे दिया है.

ख़बरों के मुताबिक, अमित शाह शुक्रवार देर रात तक गुजरात बीजेपी के दफ्तर में मौजूद रहे. इस दौरान वह डैमेज कंट्रोल की हर मुमिकन कोशिश करते रहे. हालांकि, उनकी कोशिश किस हद तक सफल हुई है इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.