कांग्रेस नेता ने कहा: बीजेपी के राम और हमारे राम में अंतर है

छत्तीसगढ़ में भगवान राम को लेकर सियासत जारी है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री ने एक बड़ा बयान दे दिया है. कैबिनेट मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि भाजपा के राम और हमारे राम में अंतर है. उन्होंने कहा कि हमारे राम शबरी के राम हैं, निषाद के राम हैं, वनवासी के राम हैं. लेकिन भाजपा के राम मॉब लिंचिंग के राम हैं, चंदा बटोरने के राम हैं. देश की संस्कृति में रामलीला रची बसी है, इसलिए कांग्रेस रामलीला करवा रही है. बता दें कि शुक्रवार से रायपुर में रामलीला महोत्सव शुरू हो रहा है. पहले दिन कौशल्या के राम का मंचन किया जाना है जिसमें मथुरा और छत्तीसगढ़ के कलाकार प्रस्तुति देंगे. रामलीला के मंचन को लेकर बीजेपी ने आरोप लगा दिया था कि कांग्रेस राम भगवान को हाईजैक करने की कोशिश कर रही है. अब राम भगवान पर कांग्रेस के इस बयान के बाद सूबे में सियासत शुरू हो गई है.

कैबिनेट मंत्री रविन्द्र चौबे के राम भगवान को लेकर दिए बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि कांग्रेस अगर राम की भक्ति तो हमें कोई आपत्ति नहीं है. कांग्रेस को काफी सालों बाद समझ आया कि राम भगवान की भक्ति करनी चाहिए. भगवान राम पूरे भारतीयों के हैं. कांग्रेस की राम मंदिर का विरोध करती आई है. कांग्रेस केवल सैक्यूलर होने का नाटक करती है. कांग्रेस ने हमेशा से राम भगवान को लेकर लोगों को भ्रमित करती आई है. कांग्रेस को खुद विचार करना चाहिए कि वो क्या कर रही है, बीजेपी पर सवाल नहीं उठाना चाहिए.

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने दिया था ये बयान

कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी राम भगवान को लेकर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी से ज्यादा हिंदूवादी कांग्रेस है. हिंदूवाद और राम मंदिर के नाम पर बीजेपी सिर्फ राजनीति करती है. बीजेपी वालों से ज्यादा कांग्रेसियों के घर राम का मंदिर है. भाजपाई केवल राम के नाम से खाते हैं और हिंदूवादी की बात करते हैं, लेकिन वे हिंदूवादी नहीं हैं.