देश में बीजेपी अभी थोड़े दिनों पहले एक चुनावी एजेंडा बार बार दोहरा थी. जिसे “बेटी बचाओ बेटी पढाओ” नाम दिया गया था. पर इस घटना ने बीजेपी के इस झूठे नारे से पर्दा उठा दिया है. इस नारे की हकीकत अब सबके सामने आ गयी है.
गरीबी इंसान से क्या-क्या करा सकती है, इसका अंदाजा किसी को नहीं होता. ऐसा ही एक मामला त्रिपुरा से सामने आया है जो बेहद ही शर्मनाक है. त्रिपुरा में एक व्यक्ति ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर अपनी 8 महीने की मासूम बच्ची को ही बेच दिया.
समाचार एजेंसी ANI की ख़बर के मुताबिक, यह बेहद घटना त्रिपुरा के तेलियामुरा के महारानीपुर की है. जहां के आदिवासी समुदाय के एक व्यक्ति ने मात्र 200 रुपये के लिए अपनी 8 महीने की बच्ची को बेच दिया. पूछने पर व्यक्ति ने बताया कि उसने गरीबी के चलते ऐसा कदम उठाया है.
बता दें कि जहां एक तरफ केन्द्र सरकार ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की योजना चला रही है, वहीं दूसरी तरफ इस तरह की घटनाएं रोंगटे खड़ी कर देने वाली और बेहद निराशाजनक है.
Tripura: Man in Teliamura's Maharanipur says that he sold his 8-month-old daughter for Rs.200; adds that he did it because of poverty. pic.twitter.com/1hn6GmuYcn
— ANI (@ANI) December 6, 2017
बता दे की कुछ ही दिनों में गुजरात में चुनाव होने वाले है, और बीजेपी कुछ ऐसे ही चुनावी एजेंडों को लोगो के सामने रख रही है. पर इस घटना के होने के बाद अब लोगो पर उन एजेंडों का कुछ खास असर पड़ने नहीं वाला है. धीरे-धीरे लोग समझने लगे है की कोण कितना सच्चा है और कोन सच्चा. इस बात का फैसला कुछ ही दिनों गुजरात में सभी को दिखेगा.
हलाकि, गुजरात में चुनाव इस बार एकतरफा होते दिख रहे है. गुजरात में 9 और 14 दिसम्बर को वोटिंग होने वाली है. और लगभग 18 दिसम्बर तक उनके नतीजे सामने आ जाएँगे.