अमित शाह के उज्जैन दौरे से पहले BJP में मची कलह, कई मंत्री समेत 127 विधायक हुए नाराज

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री 14 जुलाई से प्रदेश में जन आशीर्वाद यात्रा पर निकल रहे है, उज्जैन से प्रारंभ हो रही इस यात्रा को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह हरी झंडी दिखायेंगे। शाह के उज्जैन दौरे से पहले भाजपा में कलह की खबरें सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक BJP के 127 विधायक अपने टिकट कटने को लेकर नाराज दिख रहे है।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा रणनीतिकारों की जबलपुर में हुई बैठक के बाद से बड़ी मात्रा में मंत्रियों और विधायकों के टिकट काटे जाने की चर्चाओं के बाद अब लगभग 127 सीटों पर नए चेहरों के नामों पर केन्द्रीय नेतृत्व और भाजपा संसदीय समिति में आम सहमती बनती दिख रही है। इसके पूर्व भाजपा संगठन की आंतरिक रिपोर्ट और केंद्रीय पर्यवेक्षकों के फीडबैक के बाद से ही पार्टी में बड़े पैमाने पर मंत्रियों और वर्तमान विधायकों के टिकट काटे जाने के कयास लगाये जा रहे थे, जिसकी पुष्टी अमित शाह ने भी अपने जबलपुर प्रवास के दौरान की थी।

जिन विधायकों के टिकट काटे जाना प्रस्तावित हैं उनमें निष्क्रियता के अतिरिक्त कार्यकर्ताओं में असंतोष, भ्रष्टाचार के आरोप, स्थानीय एवं मंडल स्तर पर विरोध, विधानसभा में कमजोर प्रदर्शन, संगठन से समन्वय की कमी, शासन की योजनाओं को जनता तक पहुचाने में नाकाम एवं 70 वर्ष से अधिक की आयु को आधार बनाया जा रहा है।
सूची के अनुसार गोविंदपुरा से 89 वर्ष के बाबूलाल गौर, सिवनी मालवा से 78 साल के सरताज सिंह, त्योंथर से 80 साल के रमाकांत तिवारी, बड़वारा से 78 साल के मोती कश्यप, पन्ना से 75 साल की कुसुम महदेले (मंत्री), मुरैना से 73 साल के रुस्तम सिंह (मंत्री), अशोक नगर से 70 साल के गोपी लाल जाटव, गाडरवारा से 70 साल के गोविंद सिंह पटेल, महाराजपुर से 70 साल के मानवेन्द्र सिंह, दमोह से 71 साल के जयंत मलैया (मंत्री), उदयपुरा से 70 साल के रामकिशन पटेल, आष्टा से 70 साल के रंजीत सिंह गुणवान, मनासा से 70 साल के कैलाश चावला की टिकिट कटना तय है।
इसके अतिरिक्त बुंदेलखंड के बीना से महेश राय, सुरखी से पारुल साहू, नरयावली से प्रदीप लारिया, सागर से शैलेन्द्र जैन, टीकमगढ़ से केके श्रीवास्तव, निवाड़ी से अनिल जैन, मलहरा से रेखा यादव, छतरपुर से ललिता यादव (मंत्री), चंदला से आरडी प्रजापति, पथरिया से लखन पटेल और हटा से उमादेवी खटीक का टिकट कटना तय है।

टिकट कटने की सूची में विंध्य क्षेत्र के सतना से शंकर लाल तिवारी, रामपुर बघेलान से हर्ष सिंह (मंत्री), मैहर से नारायण त्रिपाठी, सिरमौर से दिव्यराज सिंह, देवतालाब से गिरीश गौतम, सीधी से केदारनाथ शुक्ल, सिंगरौली से राम लल्लू वैश्य, देवसर से राजेन्द्र मेश्राम और धौहनी से कुंवर सिंह टेकाम का नाम भी शामिल है।

महाकौशल क्षेत्र व शहडोल संभाग के जुन्नारदेव से नाथनशाह, चौरई से रमेश दुबे, सौंसर से नानाभाउ मोहोड़, छिंदवाड़ा से चौधरी चंद्रभान सिंह, जयसिंह नगर से प्रमिला सिंह, जैतपुर से जयसिंह मरावी, अनूपपुर से रामलाल रौतेल, मानपुर से मीना सिंह मांडवे, विजयराघवगढ़ से संजय पाठक (मंत्री), मुड़वारा से संदीप जायसवाल, पनागर से सुशील इंदु तिवारी, बरगी से प्रतिभा सिंह, जबलपुर केंट से अशोक रोहाणी, जबलपुर उत्तर से शरद जैन (मंत्री), सिहोरा से नंदनी मरावी, शहपुरा से ओम प्रकाश धुर्वे (मंत्री), बिछिया से पंडित सिंह धुर्वे, निवास से रामप्यारे कुलस्ते, बालाघाट से गौरी शंकर बिसेन (मंत्री), वारासिवनी से योगेन्द्र निर्मल, कटंगी से केडी देशमुख, बरघाट से कमल मर्सकोले, गोटे गांव से कैलाश जाटव, तेंदूखेड़ा से संजय शर्मा, गाडरवारा से गोविंद सिंह पटैल, नरसिंहपुर से जालम पटेल (मंत्री) के टिकट काटे जा रहे हैं।

होशंगाबाद संभाग के मुलताई से चंद्रशेखर देशमुख, आमला से चैतराम मानेकर, पिपरिया से ठाकुरदास नागवंशी, घोड़ाडोंगरी से मंगल सिंह धुर्वे, भैंसदेही से महेंद्र सिंह चौहान, टिमरनी से संजय शाह, पिपरिया से ठाकुर दास नागवंशी।

ग्वालियर-चम्बल संभाग के सबलगढ़ से मेहरबान सिंह रावत, भिंड से नरेंद्र सिंह कुशवाहा (मंत्री), सुमावली से नीटू सत्यपाल सिंह सिकरवार, मेहगांव से मुकेश सिंह चतुर्वेदी, ग्वालियर ग्रामीण से भारत सिंह कुशवाहा, ग्वालियर दक्षिण से नारायण सिंह कुशवाहा, दतिया से डॉ नरोत्तम मिश्र (मंत्री), सेवड़ा से प्रदीप अग्रवाल, भांडेर से घनश्याम पिरोनिया, शिवपुरी से यशोधरा राजे सिंधिया (मंत्री), पोहरी से प्रह्लाद भारती, गुना से पन्ना लाल शाक्य, चाचौड़ा से ममता मीना का टिकट कटेगा।

भोपाल संभाग के अंतर्गत भोपाल दक्षिण पश्चिम से उमाशंकर गुप्ता (मंत्री), विदिशा से कल्याण सिंह ठाकुर, कुरवाई से वीर सिंह पंवार, सांची से डॉ गौरी शंकर शेजवार (मंत्री), शमशाबाद से सूर्यप्रकाश मीणा (मंत्री) के टिकट काटे जा रहे हैं।

मालवा, निमाड़ और राजगढ़ क्षेत्र के ब्यावरा से नारायण सिंह पंवार, खिलचीपुर से हजारीलाल दांगी, सारंगपुर से कुंवरजी कोठार, सुसनेर से मुरली पाटीदार, आगर से गोपाल परमार, शाजापुर से अरुण भीमावद, कालापीपल से इंदर सिंह परमार, सोनकच्छ से राजेन्द्र वर्मा, खातेगांव से आशीष शर्मा, बागली से चम्पा लाल देवड़ा, मांधाता से लोकेंद्र सिंह तोमर, खंडवा से देवेंद्र वर्मा, हरसूद से कुंवर विजय शाह (मंत्री), पंधाना से योगिता बोरकर, बड़वाह हितेंद्र सिंह, महेश्वर से राजकुमार मेव, खरगोन से बालकृष्ण पाटीदार (मंत्री), पानसेमल से दीवान सिंह पटैल, अलीराजपुर से नागर सिंह चौहान, जोबट से माधो सिंह दावा, झाबुआ से शांतिलाल बिलवाल, सरदारपुर से वेल सिंह भूरिया, मनावर से रंजना बघेल, धरमपुरी से कालूसिंह ठाकुर, धार से नीना वर्मा, बदनावर से भंवर सिंह शेखावत, इंदौर 1 से सुदर्शन गुप्ता, इंदौर 3 से ऊषा ठाकुर, इंदौर 5 से महेंद्र हार्डिया, सांवेर से राजेश सोनकर, देपालपुर से मनोज पटेल, महिदपुर से बहादुर सिंह चौहान, तराना से अनिल फिरोजिया, घट्टिया से सतीश मालवीय, उज्जैन दक्षिण से मोहन यादव, बड़नगर से मुकेश पंड्या, रतलाम ग्रामीण से मथुरालाल, सैलाना से संगीता चारेल, जावरा से राजेन्द्र पांडेय, मंदसौर से यशपाल सिंह सिसोदिया, मल्हारगढ़ से जगडीश देवड़ा, गरोठ से चंदर सिंह सिसोदिया, नीमच से दिलीप सिंह परिहार का भी टिकट कटेगा।

अमित शाह और उनकी टीम संसदीय समिति और केन्द्रीय पर्यवेक्षकों के नाम पर निर्णय लेने का लाख दावा कर रहें हों पर थावरचंद गहलोत के बेटे, सुंदरलाल पटवा के भतीजे और कैलाश सारंग के बेटे का टिकट नहीं काट कर पार्टी ने अपने इस निर्णय की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा सूची में प्रस्तावित जयंत मलैया, गौरीशंकर बिसेन, यशोधराराजे सिंधिया, उमाशंकर गुप्ता, रुस्तम सिंह और नरोत्तम मिश्रा जैसे कद्दावर मंत्रियों के टिकट काट कर सत्ता विरोधी लहर कम कर पायेगी या अपनी ही पार्टी में नेतृत्व विरोधी लहर पैदा कर लेगी। अंदरखाने की माने तो चुनाव के पहले शिवराज सिंह चौहान को लेकर भी पार्टी कोई बड़ा निर्णय ले सकती है।