बारिश थमने के बाद दोबारा होंगे डूब प्रभावित क्षेत्रों के सर्वे :कमलनाथ सरकार का निर्णय

झाबुआ उप चुनाव को लेकर काफ़ी सियासत गरमाई हुई है। जहां एक तरफ झाबुआ उपचुनाव को भारत पाकिस्तान का चुनाव बता कर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव मुश्किलों में पड़ गए हैं वहीं कांग्रेस के निशाने पर भी आ गए हैं। सीएम कमलनाथ ने चुटकी लेते हुए उनके इस बयान को मनोरंजन का साधन बताया है। वहीं किसानों के लिए एक अन्य बड़ा फैसला लेते हुए बताया कि जैसे ही बारिश थमती हैं एक बार फिर से डूब प्रभावित क्षेत्रों में बारिश से हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। सर्वे के बाद वे पीएम मोदी से मिलेगें और वे सरकार से 13  हजार करोड़ के राहत पैकेज की मांग करेंगे। ताकि किसानों को मुआवजा दिया जा सकें। 

दरअसल, प्रदेश में भारी बारिश से मूंग और उड़द की फसल 90 प्रतिशत तक नष्ट हो गई है। वहीं सोयाबीन की फसल भी 50 फीसदी खराब हो गई है। प्रदेश सरकार ने बारिश और बाढ़ से लगभग 13 हजार करोड़ रुपए की क्षति होने का अनुमान लगाया है। इस पर मीडिया से चर्चा के दौरान सीएम ने कहा अभी भी प्रदेश में बारिश का दौर जारी है ,कई क्षेत्रों में पानी भरा है। बारिश अभी बंद नहीं हुई है। एक दो दिन में पूरे आंकलन के बाद कितना नुकसान हुआ है प्रदेश में इसके बाद पीएम से मुलाकात कर निवेदन करूंगा कि वह प्रदेश की पूरी तरह मदद करे।

वहीं नाथ ने कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को पाकिस्तान का समर्थक बताने पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव पर पलटवार करते हुए गोपाल भार्गव को एक मनोरंजन बताया। सीएम ने कहा कि मैं तो गोपाल भार्गव के बयान नहीं पढ़ता और न ही मैने सुना कि उन्होंने क्या कहा। यह गोपाल भार्गव का अपना एक मनोरंजन है। वहीं हनीट्रैप मामले में डीजीपी को तलब करने के सवाल पर सीएम कमलनाथ ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।