कमलनाथ सरकार जनता को बताने जा रही है बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की कहानी बताएगी, ये है मकसद

भोपाल. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार की बड़ी उपलब्धि को आम लोगों तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने सरकारी स्तर पर बड़े आयोजन का प्लान बनाया है. सरकार की कोशिश है कि बीजेपी सरकार में हुए करगिल विजय दिवस से बड़े कांग्रेस सरकार के समय के बांग्लादेश विजय दिवस की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाई जाए. इसके लिए सरकार ने स्कूल-कॉलेज से लेकर जिलों में बड़े आयोजन करने की तैयारी की है.

महाशक्तियों के दबाव के बावजूद बनाया बांग्लादेश
अब तक प्रदेश में करगिल विजय दिवस को बड़े स्तर पर मनाया जाता था और बीजेपी पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए अपने को सबसे बड़ा देशभक्त बताती रही है. अब कांग्रेस सरकार जनता को ये बताएगी कि आखिर कैसे विपरीत हालातों और महाशक्तियों के भारी दबाव के बाद भी इंदिरा सरकार के कार्यकाल में भारत ने 1971 की जंग के जरिए पाक को परास्त करते हुए नये देश बांग्लादेश के गठन का रास्ता साफ किया.

आयोजन का ये है मकसद
कांग्रेस सरकार की कोशिश है कि इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हासिल इस बड़ी उपलब्धि को अब जनता के सामने पेश कर कांग्रेस पार्टी की देशभक्ति और दुश्मनों को पराजित करने के इतिहास की जानकारी पहुंचाई जाये और इसलिए सरकार बड़े स्तर पर बांग्लादेश विजय दिवस मनाने की तैयारी में है.

बांग्लादेश विजय दिवस की कहानी
>> शौर्य स्मारक पर 16 दिसंबर को होगा बड़ा आयोजन
>> सीएम कमलनाथ और सरकार के मंत्री होंगे शामिल
>> बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में शामिल शहीद सैनिकों के परिजनों का होगा सम्मान
>> 1971 में छिड़ा था बांग्लादेश मुक्ति संग्राम
>> डेढ़ हजार से ज्यादा भारतीय सैनिक हुए थे शहीद
>> 93 हजार से ज्यादा पाक सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने किया था सरेंडर
>> भारत की कूटनीति, आर्थिक और सैनिक जीत थी बांग्लादेश विजय
>> 13 दिनों में भारतीय सेना ने पाक को दी थी शिकस्त
>> 16 दिसंबर को दुनिया के नक्शे पर आया था नया देश बांग्लादेश
>> भारतीय सैनिकों में मध्यप्रदेश के कई सैनिकों ने युद्ध में लिया था हिस्सा