अजीत पवार छोड़ना चाहते है राजनीती, सोनिया गांधी ने NCP प्रमुख शरद पवार से की बात

एनसीपी प्रमुख शरद पवार के प्रति कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सहानुभूति जताई है. सोनिया गांधी ने आज शरद पवार से करीब 15 मिनट फोन पर बात की और अजीत पवार के राजनीति छोड़ने के फैसले के बारे में जानने की कोशिश की. सूत्रों के मुताबिक अजीत पवार अपने राजनीति छोड़ने के फैसले पर पुनर्विचार करने को तैयार नहीं हैं.

इससे पहले बताया जा रहा था कि अजीत पवार महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में कई करोड़ का घोटाले में अपना और अपने चाचा शरद पवार का नाम आने से आहत थे.

क्रप्शन के आरोप से आहत

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा था कि विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के पहले अजीत पवार ने अपने बेटे पार्थ पवार से कहा है कि राजनीति आज अपने निम्न स्तर पर है, इसलिए राजनीति छोड़ना बेहतर है. अजीत ने बेटे को भी राजनीति छोड़ने की सलाह देते हुए कहा है कि अब चलो खेती या कोई अन्य व्यवसाय करते हैं.

उन्होंने कहा कि जब से अजीत पवार को पता चला कि उनके खिलाफ आर्थिक अपराध का मामला दर्ज किया गया है, तब से वह बहुत बेचैन थे. अजीत ने अपने परिवार से भी चर्चा की थी. परिजनों से चर्चा में अजीत पवार ने कहा कि काका (शरद पवार) ने अपने जीवन के 50-52 साल सक्रिय राजनीति के लिए दिए हैं, जिसके लिए उन्हें जनता से सराहना भी मिली है.

क्या बोले एनसीपी प्रमुख

एनसीपी प्रमुख ने कहा कि अजीत ने परिजनों से बात करते हुए बोला है कि मैं (शरद पवार) भले ही उस सहकारी बैंक के सदस्य तक नहीं हूं, लेकिन संबंधित EOC में उनके खिलाफ मामला विचाराधीन है.

चर्चा है कि अजीत पवार अपने परिवार के सदस्यों के साथ थे. यह पूछे जाने पर कि क्या अजीत पवार ने राजनीति छोड़ने के बारे में संकेत दिया है, एनसीपी प्रमुख ने कहा कि अजीत पवार ने अपने बेटे पार्थ को सलाह दी है. वहीं आज तक से बात करते हुए पार्थ ने अजीत कहा कि उनके पिता बहुत बेचैन थे. उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है, राजनीति से नहीं.