कोरोना संक्रमित महिला की मौत के बाद जेवर हुए गायब, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से बेटे ने मदद मांगी

सागर की रहने वाली 72 साल की कमला रावत को 12 अगस्त को भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां उनकी मौत हो गई। 

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के चिरायु अस्पताल में कोरोना संक्रमण से मरने वाली एक महिला के जेवर चोरी होने का मामला सामने आया है। मां की आखिरी निशानी वापस दिलवाने के लिए एनआरआई बेटे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मदद मांगी। हर्षवर्धन ने भी बिना देर किए ई-मेल का जवाब देते हुए तत्काल स्थानीय पुलिस से शिकायत करने को कहा। युवक ने इसकी शिकायत भोपाल पुलिस के साथ चिरायु अस्पताल के संचालक डॉ. अजय गोयनका को ई-मेल पर भेजी है।

दो पेज का शिकायती आवेदन परिजनों ने भोपाल आईजी को भेजा है।
दो पेज का शिकायती आवेदन परिजनों ने भोपाल आईजी को भेजा है।
अनिल ने इस संबंध में अस्पताल के संचालक को भी ई-मेल से शिकायत की।
अनिल ने इस संबंध में अस्पताल के संचालक को भी ई-मेल से शिकायत की।
अनिल के ई-मेल का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने जवाब दिया।
अनिल के ई-मेल का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने जवाब दिया।

मूलत: मकरोनिया, सागर निवासी अनिल रावत ने बताया कि वे कतर में एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते हैं। अभी वे घर आए हुए हैं। घर में 72 साल की मां कमला रावत समेत परिवार के चार सदस्यों को कोरोना हो गया था। मां की तबीयत खराब होने पर 12 अगस्त को उन्हें भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया था। उनकी 17 अगस्त की दोपहर मौत हो गई थी। मेरे भाई सुशील रावत ने भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर मां का अंतिम संस्कार कराया था।

ये जेवर गायब होने की शिकायत

भाई ने अस्पताल प्रबंधन से मां के जेवर और सामान मांगा था, लेकिन उन्होंने नहीं दिया। इसके बाद हम शिकायतें करते रहे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। मां के पास से 3 सोने की चूड़ियां, सोने का मंगलसूत्र, दो कान के टॉप्स, सोने की अंगूठी के अलावा पायल और बिछिया थे। यह मां की आखिरी निशानी है। इसकी कीमत मायने नहीं रखती, लेकिन यह हमारी मां की यादें हैं।