मोदी सरकार अब जान गयी है की अगर गुजरात में अगर चुनाव जितने की थोड़ी भी उम्मीद करना है तो लोगो का ध्यान बीजेपी पर हाल ही में उठे सवालों से हटाना पड़ेगा. इसीलिए बीजेपी के नेता आये दिन पद्मावती फिल्म पर हो रहे विवाद को लेकर धमकी देते रहते है ताकि लोगो का ध्यान विवाद पर अटक जाये. कभी कहते है दीपिका का सर धड़ से अलग कर देंगे कभी कहते है फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे.
हरियाणा में भाजपा के नेता सूरजपाल अमू ने दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का सिर काट कर लाने वाले को दस करोड़ का इनाम देने का ऐलान किया था जिसके बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इसके बाद अमू ने कहा है कि वह किसी को पद्मावती नहीं देखने देंगे. उन्होंने दावा किया कि रानी पद्मावती के किरदार को फिल्म में गलत तरीके से दिखाया गया है.
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं फिल्म नहीं देखना चाहता और मैं किसी को भी इसे देखने नहीं दूंगा. अगर आप इसे गुंडागर्दी कहते हैं तो मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म का ट्रेलर टेलीविजन और सिनेमा हॉल में दिखाया जा रहा है. ट्रेलर में जिस तरह का दृश्य मैंने देखा है, मुझे आपसे कहते हुए शर्म आती है. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर फिल्म दिखायी गयी, आप जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान चल रहा है. समूचा क्षेत्रिय समाज देश के सभी सिनेमा हॉलों को बर्बाद कर देगा.’’
सूरजपाल अमू ने पद्मावती फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का रोल करने वाले रणवीर सिंह के पैर को तोड़ने की धमकी भी दी थी.
ध्रुवीकरण और लोगो को बाटने की राजनीति करके बीजेपी नेता लोगो को अपने फेवर में करना चाहते है. क्योकि अब बीजेपी सरकार के पास बताने और दिखाने के लिए कोई चुनावी जूमला नहीं बचा है.