उपचुनाव से पहले लग्जरी कार से अवैध हथियार और ब्राउन शुगर की तस्करी करते 7 गिरफ्तार

ग्वालियर एसपी अमित सांघी को खबर मिली थी कि एक लक्ज़री कार से हथियारों की बड़ी खेप चंबल पहुंचने वाली है. इसके बाद पुलिस ने योजना बनाकर कार्रवाई की.

ग्वालियर. मध्य प्रदेश में उप चुनाव से पहले ग्वालियर चंबल अंचल में अवैध हथियारों की आवक शुरू हो गई है. खास बात ये है कि तस्कर पुलिस को चकमा देने के लिए लक्ज़री कार से तस्करी कर रहे हैं. ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने मुखबिर की खबर के आधार पर एक्सयूवी कार में से 7 हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर उनके पास से 15 देसी पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं. पकड़े गए तस्कर झाबुआ और धार से हथियार लेकर आते थे और ग्वालियर चंबल अंचल में 20 से 25 हज़ार की कीमत पर खपाते थे. बीते बुधवार को पुलिस ने इसका खुलासा किया.

ग्वालियर एसपी अमित सांघी को खबर मिली थी कि एक लक्ज़री कार से हथियारों की बड़ी खेप ग्वालियर पहुंचने वाली है. खबर मिलने के बाद एसपी अमित सांघी ने क्राइम ब्रांच को मामला सौंपा. क्राइम ब्रांच ने शिवपुरी हाईवे पर नाकेबंदी की तभी एक सफेद रंग की XUV- 500 गाड़ी शिवपुरी की तरफ से ग्वालियर आती दिखी. पुलिस की चेकिंग को देखते ड्राइवर ने कार को वापस कर भागने की कोशिश की. माजरा देख नाकेबंदी पर मौजूद क्राइम ब्रांच की टीम ने दौड़ कर कार को अपने कब्जे में ले लिया. कार की चेकिंग की गई तो उसमें 7 लोग बैठे हुए थे इन बदमाशों के पास हथियार और ब्राउन शुगर थी.

पुलिस गिरफ्त में आए बदमाशों में विक्रम राणा, राहुल राजावत, बंटी लोधी, पुष्पेंद्र उर्फ पुशु भदोरिया, अमन सिंह, करन राणा और शरद झा है। आरोपियों के पास से 15 पिस्टल और कारतूस मिले हैं। साथ ही 20 लाख रुपए कीमत की ब्राउन शुगर भी बरामद हुई है.

धार झाबुआ से लक्ज़री कार से करते थे हथियार

आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह धार और झाबुआ जिलों से कम दामों में हथियार लाते हैं और ग्वालियर चंबल अंचल में इन हथियारों को 20 से 25 हज़ार रुपए में बेचते हैं. विक्रम राणा और राहुल का लंबा चौड़ा आपराधिक रिकॉर्ड है दोनों ग्वालियर के हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी हैं. बदमाशों द्वारा पुलिस से बचने के लिए महंगी कारों का इस्तेमाल करते थे.

पुलिस तस्करों का नेटवर्क की तलाश

उप चुनाव से पहले हथियारों की आवक बढ़ने से पुलिस और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है. यही वजह है कि ग्वालियर क्राइमब्रांच अब इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि यह आखिरकार हथियार कहां बेचने जा रहे थे और इसके पहले इन्होंने कहां-कहां हथियारों की सौदागिरी की है.