BJP को बड़ा झटका लगने की तैयारी, कांग्रेस के लगातार संपर्क में है 350 दिग्ग्ज नेता

भोपाल। विधानसभा चुनाव के निकट आते ही चुनावी साल में नेताओं के दल-बदल का क्रम शुरू हो गया है। भाजपा के करीब आधा दर्जन पूर्व विधायकों सहित लगभग दो दर्जन वरिष्ठ नेताओं को कांग्रेस अपनी पार्टी में शामिल करने का प्रयास कर रही है।

हालांकि इनमें से कुछ भाजपा नेता टिकट वितरण इंतजार कर सकते हैं। वहीं, कांग्रेस से निकाले गए करीब सौ नेताओं की भी घर वापसी के संकेत हैं।

तीन बार से सत्तारूढ़ भाजपा में उपेक्षित चल रहे नेताओं का कांग्रेस के साथ गोपनीय संपर्क चल रहा है। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ भी संकेतों में इस बात को स्वीकार कर चुके हैं। सूत्र बताते हैं कि भोपाल-होशंगाबाद संभाग, ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड के करीब आधा दर्जन पूर्व विधायकों को लेकर कांग्रेस में सुगबुगाहट है।

इनमें से कुछ नेताओं के साथ कांग्रेस नेताओं की बैठक भी हो चुकी है। एक पूर्व विधायक के परिजन तो भाजपा से इस कदर नाराज हैं कि वे खुलकर सोशल मीडिया पर पार्टी के खिलाफ पोस्ट लिखते रहते हैं।

सूत्रों का कहना है कि बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके बुंदेलखंड के एक नेता की करीब दो महीने से पीसीसी पदाधिकारियों के साथ बातचीत चल रही है। मालवा के एक जिला पंचायत अध्यक्ष का कांग्रेस पार्टी में प्रवेश लगभग फाइनल हो चुका है तो निमाड़ के भाजपा के कुछ जिला पंचायत-जनपद सदस्यों के साथ विभिन्न् पंचायतों के 350 नेता भी कांग्रेस में कभी भी आ सकते हैं।

कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए नेताओं को लेकर पार्टी फिलहाल टालमटोल रवैया अपनाए है और पीसीसी अध्यक्ष भी अप्रत्यक्ष रूप से कह चुके हैं कि सभी के एकमत होने पर उनके बारे कोई फैसला लिया जाएगा।

सूत्र बताते हैं कि ग्वालियर संभाग और बुंदेलखंड के पूर्व व वर्तमान विधायक को पार्टी में लिए जाने का फैसला चुनाव के नजदीक आने पर लिए जाने के संकेत हैं। हालांकि इनमें से एक नेता की वापसी की संभावना कम है, क्योंकि उनके खिलाफ पार्टी में कई नेता लामबंद हैं।