लोकायुक्त की टीम ने किया महाकाल परिसर का निरीक्षण कई खामियां मिली

बहुत सी मूर्तियों में रंग उड़ गया, दरार पड़ गई और मरम्मत की गई है

उज्जैन – महाकाल लोक के करोड़ों के काम में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद सप्तऋषियों की क्षतिग्रस्त प्रतिमाएं महाकाल क्षेत्र से ही हटा दी गईं। जिम्मेदारों ने इस काम में इतनी जल्दबाजी की कि जब लोकायुक्त टीम जांच करने पहुंची तो उसे क्षेत्र में प्रतिमाएं ही नहीं मिली। ऐसे में सवाल खड़े हो रहे हैं कि जब प्रतिमाओं का रिपेयरिंग हो रहा था तो उन्हें रातों-रात क्यों हटा दिया गया?
श्री महाकाल महालोक में गत रविवार को आंधी से सप्तऋषि की सात में से छह मूर्तियां गिरने के मामले की जांच करने के लिए शनिवार को भोपाल से लोकायुक्त की टीम उज्जैन आई। अधिकारियों के दल महालोक का बारीकी से निरीक्षण किया। मूर्तियां देखीं, जहां सप्तऋषियों की मूर्तियां लगी थीं, वहां भी गए। कमल की आकृति में बनाए गए पेडस्टल पर चढ़कर अधिकारियों ने यह पता लगाने की कोशिश की कि आखिर मूर्तियां गिरी क्यों थीं? इसके अलावा अन्य मूर्तियों की ऊंचाई इंच टेप से नापी। टीम को कई मूर्तियों में दरारें व रंग खराब मिले।
शनिवार को संगठन के चीफ इंजीनियर एनएस जोहरी के साथी शनिवार को दो अन्य अधिकारी उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने स्मार्ट सिटी के डायरेक्टर नीरज पांडे व अन्य अधिकारियों के साथ उन्होंने श्री महाकाल महालोक का दौरा किया। इस दौरान वे स्वयं कमल की आकृति में बने पेडस्टल पर मूर्तियों के गिरने का कारण जानने के लिए चढ़े थे। मूर्तियों को गिरने से बचाने के लिए पेडस्टल पर लोहे अथवा स्टील का पाइप नहीं लगाया था।
तेज हवा चलने से 28 मई को महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋषियों की 7 में से 6 प्रतिमाएं गिरकर क्षतिग्रस्त हो गईं थीं। इन्हें महाकाल लोक के नजदीक पार्किंग परिसर स्थित वर्कशॉप में रखकर 30 मई से रिपेयरिंग शुरू करवाई थी। शासन ने जब खंडित की जगह नई प्रतिमाएं लगाने का निर्णय लिया तो बाले-बाले क्षतिग्रस्त प्रतिमाओं को 31 मई की रात में ही हटवाकर ट्राले से अन्यत्र शिफ्ट कर दिया गया। पत्रिका ने तब इसका भी खुलासा किया था। इन प्रतिमाओं को किसी शासकीय जांच एजेंसी या थर्ड पार्टी इन्सपेक्शन से पहले हटाने से अब फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। इधर, नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने मौके का निरीक्षण कर कहा कि मूर्तियों के लिए नए नियम बनाएंगे।

गूंज ऊंची तो लंबी नपती…

एक अंधड से महाकाल लोक में सप्तऋषियों पर आंच आई और उन्हें क्षेत्र से बाहर कर दिया गया। इसकी गूंज ऊंची हुई तो लोकायुक्त ने स्वत: संज्ञान लिया। शनिवार को महाकाल लोक में शिव परिवार सहित अन्य मूर्तियों की नपती की गई, जिससे आस्था को ठेस पहुंचाने वाले भ्रष्ट आचरण की परतें खोली जा सके।

यहां दिखीं 13 खामियां

  • भगवान शिव के सरभ अवतार की प्रतिमा से रंग निकल रहा है।
  • मणिभद्र प्रतिमा के पीछे क्रेक
  • भगवान महेश्वर की प्रतिमा में पीठ पर रिपेयरिंग वर्क दिख रहा है।
  • समुद्र मंथन में कुछ प्रतिमा के पांव के नीचे रिपेयर वर्क।
  • रावण की प्रतिमा के हाथ में क्रेक, रिपेयर कर किया गया है सुधार।
  • खंडोबा की प्रतिमा में रिपेयर वर्क।
  • शिव बारात प्रसंग में शिव प्रतिमा के हाथ में क्रेक रिपेयर वर्क।
  • विवाह प्रसंग में शिव स्वरूप प्रतिमा पर आगे की ओर रिपेयर।
  • सरस्वती देवी की प्रतिमा से भी कलर निकल रहा है।
  • नृत्यलीला में लीन मां दुर्गा की प्रतिमा की ऊपरी भुजा में क्रेक।
  • शिव जटा से गंगा अवतार प्रसंग में शेर के पांव में क्रेक के निशान।