मेले में चाट-फुल्की खाकर 100 से ज्यादा लोग हुए बीमार

सीधी। जिले में शनिवार को फूड प्वाइजनिंग से 100 से ज्यादा लोग बीमार हो गए। जिनमें बच्चों और महिलाओं की संख्या ज्यादा है। सभी ने मेले में चाट-फुल्की खाई थी। जिसे खाने के आधे से एक घंटे बाद सभी की तबीयत बिगड़ गई। लोगों को चक्कर आने लगे और उल्टी होने लगी, वहीं कुछ लोग बेहोश होकर गिर गए। यह देख मेले में अफरा-तफरी मच गई। बीमारों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर नैकिन ले जाया गया। यहां अस्पताल में जगह कम होने पर 20 लोगों को रेफर किया गया है।

मामला रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खेड़ा में सोन नदी के पास का है। यहां संक्रांति का मेला लगा हुआ है, जिसमें शनिवार को बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। लोगों ने मेले में लगी दुकानों से चाट-फुल्की खाई। जिसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों उन्हें रामपुर नैकिन ले गए। अचानक इतनी ज्यादा संख्या में मरीज आने से अस्पताल में बेड भी कम पड़ गए।

मरीजों को 10 से ज्यादा 108 एंबुलेंस के जरिए रामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि बड़ी संख्या में लोग खुद भी अस्पताल पहुंचे। क्षेत्रीय विधायक सरदिंदु तिवारी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में हैं। मेडिकल की पूरी टीम ने बीमार लोगों को देखभाल ले लिया है। इधर प्रशासन का दावा है केवल 85 लोग अस्पताल लाए गए हैं, जबकि मौके पर संख्या सौ से अधिक है। सीएमएचओ आईजे गुप्ता ने बताया कि हमारे यहां रामपुर में लगभग 85 लोग अभी बीमार है और बाकी तीन लोगों को रीवा रेफर किया जा चुका है, जबकि लोगों ने बताया कि लगभग 100 से ज्यादा लोग अभी भी रामपुर नैकिन मे भर्ती है।

नर्स-कम्पाउंडर समेत स्वीपर ने भी किया इलाज

बीमारों में ग्राम पंचायत क्षेत्र कुआं, भीतरी, ममदर व झलवार के लोग ज्यादा है। मरीजों के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर डॉक्टरों की गैरमौजूदगी में वहां मौजूद नर्स और कम्पाउंडर के अलावा स्वीपर भी मरीजों के इलाज में जुट गए। मामले की जानकारी आसपास के क्षेत्र के लोगों को लगी तो समाजसेवी, पुलिस तथा जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए। सभी बीमार व्यक्तियों का इलाज जारी है। यहां से बच्चे, बुजुर्ग महिलाओं सहित 20 लोगों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि अभी हमारा फोकस उपचार करने पर है। बीमारों के बारे में कुछ समय बाद ही बता सकेंगे। अस्पताल में शाम 7.30 बजे से मरीजों का पहुंचना शुरू हुआ था। हालांकि डॉक्टर वहां रात करीब 9.30 बजे पहुंचे।

पीड़ित बोले- अस्पताल में नहीं मिला कोई डॉक्टर

बीमारों में से एक दीप्ति साहू ने बताया कि हमने घाट पर मेले में फुल्की चाट खाई थी। खाने के बाद हमने पानी पिया। फिर हमें चक्कर सा महसूस होने लगा और उल्टी भी हुई। आधे घंटे बाद मेरी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी, जिसके बाद मेरे पापा मुझे उठाकर यहां अस्पताल में लाए जहां मेरा इलाज चल रहा है।

अस्पताल में लाए गए पांच वर्षीय शिवराम कोरी के पिताजी ने बताया कि वे पूरे परिवार के साथ खैरा घाट मेला आए थे। वहां हमने चाट फुल्की और फिर चाऊमीन खाया। इसके बाद उनकी पत्नी और 5 साल के बच्चे की तबीयत खराब हो गई। 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन वह समय पर नहीं पहुंची तो मैं अपनी बाइक से दोनों को अस्पताल लाया। यहां डॉक्टर नहीं है, पर नर्स इलाज कर रही हैं।

रामपुर नैकिन थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी ने बताया है कि यहां परिस्थितियां अभी काबू में हैं। कोई ज्यादा बीमार नहीं हुआ है। हम सबकी मदद कर रहे हैं। डॉक्टर की टीम अपना काम कर रही है। कुछ लोगों को रेफर भी किया गया है।