मप्र में कड़ाके ठंड से नये साल का आगाज

भोपाल। मध्यप्रदेश में दिसंबर महीना भले ही 10 साल में सबसे गर्म रहा हो, लेकिन नए साल का आगाज कड़ाके की ठंड के साथ हुआ है। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी का असर रविवार को यहां देखने को मिला। सुबह से कई जिलों में शीत लहर चल रही है। सर्द हवाओं का रुख उत्तरी होने के कारण रात में ठिठुरन बढ़ गई। नई साल की पहली सुबह भोपाल शहर कोहरे की चादर में लिपटा नजर आया। इस सीजन में पहली बार भोपाल में घना कोहरा छाया।

भोपाल मौसम केन्द्र के मुताबिक, प्रदेश में उत्तरी सर्द हवाओं का असर देखने को मिल रहा है, जिसके चलते तापमान में गिरावट आई है। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात भोपाल शहर में न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो पिछले दिन के न्यूनतम तापमान के मुकाबले 0.4 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इसके साथ ही रात में भोपाल 92 फीसदी आर्द्रता के साथ घना कोहरा छाया रहा और दृश्यता 200-500 मीटर तक रही। वहीं शनिवार को भोपाल का अधिकतम तापमान 24.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा था। साथ ही यह पिछले दिन के अधिकतम तापमान के मुकाबले 3.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा था।

प्रदेश में नए साल के पहले दिन दतिया सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि रविवार को भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिलों में घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान तापमान में और गिरावट आएगी और इस दौरान मावठा करने की भी संभावना है। ग्वालियर-चंबल संभाग में रात का पारा पांच डिग्री के नीचे, तो इंदौर और भोपाल में यह 9 डिग्री तक आ सकता है।वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एसएन साहू ने बताया कि शीतलहर चलने से नए साल के आगाज के साथ सिहरन और बढ़ गई है। अगले दो-तीन दिन ठिठुरन से राहत के आसार नहीं हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5 और 6 जनवरी को बारिश के आसार हैं। जबलपुर, नर्मदापुरम और बैतूल और आसपास के इलाकों में दो दिन बारिश हो सकती है। ऐसे में प्रदेश में इसका असर ठंड के रूप में नजर आएगा। अधिकांश इलाकों में तापमान 10 डिग्री के नीचे आ सकता है। अगर स्ट्रांग सिस्टम बनता है, तो तापमान में तेजी से गिरावट होगी।