मध्यप्रदेश में कर्ज से परेशान एक और किसान ने मौत को लगाया गले

खेती के लिए गांव के कुछ साहूकारों से 5 से 10 रुपए सैकड़ा ब्याज पर हजारों रुपए पैसे लिए थे

हरदा- जिले के सिराली थाना अंतर्गत आने वाले डगावाशंकर गांव के एक किसान ने साहूकारों के कर्जे से परेशान होकर दो दिन पहले जहर खा लिया था, जिसकी शुक्रवार को जिला अस्पताल में इलाज दौरान मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा। मृतक के बेटे वीरेंद्र करोड़े ने बताया कि उनके पास 10 एकड़ जमीन थी। उसके पिता राजेश पिता लक्ष्मीनारायण करोड़े (44) खेती करके परिवार का भरण-पोषण करते थे। लेकिन उन्होंने खेती के लिए गांव के कुछ साहूकारों से 5 से 10 रुपए सैकड़ा ब्याज पर हजारों रुपए पैसे लिए थे। पिताजी ने कई साहूकारों के पैसे चुका दिए थे, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने उनके ऊपर पैसा निकाल दिया था। इसके चलते पिता ने पूर्व में 8 एकड़ जमीन बेचकर उनका कर्जा चुकता कर दिया था। किंतु इसके बावजूद सभी साहूकारों ने पिता पर करीब 40 लाख रुपए की देनदारी निकाल दी थी। इसी बात को लेकर वे परेशान रहते थे।

खोट से खेत लेकर कर रहे थे खेती

वीरेंद्र ने बताया कि कर्ज के चलते पिता ने 15 दिन पहले ही दो एकड़ जमीन बेची थी और साहूकारों को पैसे दिए थे। वहीं एक किसान का खेत खोट पर लेकर उस पर खेती कर रहे थे। गत 7 जून को पिता ने खेत पर साहूकारों से परेशान होकर सल्फास की दो गोली खा ली थी। इसके बाद उनकी तबियत बिगडऩे पर उन्होंने घर आकर सल्फास खाना बताया। इसके बाद उन्हें गंभीर हालत में रात साढ़े 8 बजे जिला अस्पताल लेकर आए थे। जहां भर्ती कर लिया था, लेकिन आराम नहीं लगता देखकर वह पिताजी को शहर के प्राइवेट अस्पताल में लेकर गए थे। दो दिनों में वहां भर्ती रखने पर उनकी तबियत में कोई सुधार होता नहीं दिखने पर वह फिर से शुक्रवार को सुबह 10 बजे जिला अस्पताल लेकर आए। लेकिन दोपहर 12 बजे उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इस संबंध में सिविल लाइन थाना के एसआई संदीप कुशवाह ने बताया कि मृतक के परिजनों के बयान ले लिए है और मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।