“मंत्री जी यह है आपकी औकात”: बीजेपी के बिसेन को लेकर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने सुनाया वाक्या, बोले- ब्रह्मण्ड में इतनी सी औकात

गौरीशंकर बिसेन को बॉडीगार्ड द्वारा धक्का मारने के आरोप के बाद बिसेन और उनकी बेटी मौसम बिसेन

बालाघाट – बालाघाट में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा विधायक व राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन को बॉडीगार्ड द्वारा धक्का मारने के आरोप के बाद बिसेन और उनकी बेटी मौसम बिसेन का नाराज होकर वापस होने के चर्चित वायरल वीडियो वाले मामले ने यू टर्न ले लिया है। दरअसल इस मामले में पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बिना नाम लिए शब्दों के बाण से मंत्री बिसेन को औकात तक दिखाने की बात कर दी है। अब यह मामला शांत होने के बाद एक बार फिर जबरदस्त चर्चाओं में है।
दरअसल, कोई माई का लाल हाथ नहीं लगा सकता…आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के इस बयान के बाद तूल पकड़ता वायरल वीडियो का यह मामला शांत हो गया था। लेकिन एक सप्ताह बाद गुजरात में आयोजित बागेश्वर धाम दरबार में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के ने चुटकी लेते हुए प्रवचन में एक बार फिर मामले को हवा दे दी और उनका यह बयान फिर जबरदस्त चर्चा का विषय बन गया है।
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बीजेपी के सीनियर नेता एवं राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन का नाम लिए बिना कहा कि-“मंत्री जी यह है आपकी औकात”। बोले कि- मंत्री जी आए, हम नाम नहीं बताएंगे वर्ना उनकी बेज्जती हो जाएगी। उन्हें धक्का लगा, धक्का लगता ही है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम चाय पी रहे थे तभी एक मंत्री जी आए और कहने लगे कि हमें धक्का लगा आपके सेवादारों ने हमें रोका। हम क्या है हमकों जानते नहीं हम 7 बार के विधायक हैं ये वो दुनियादारी। हमने चाय पीने के बाद कहा, ओह बहुत बड़ी गलती हो गई। आपको धक्का नहीं लगना चाहिए था। पब्लिक को चाहे धक्का लग जाए। हमने कहा पूरे ब्रह्मांड में अनेक ब्रह्मांड है और इनमें एक यह भी ब्रह्मांड है। इस ब्रह्मांड पर एक पृथ्वी है और इस पृथ्वी पर कितने 195 देश हैं और इनमें एक है भारत और उसमें एक छोटा सा प्रदेश है मध्य प्रदेश और इस मध्य प्रदेश में कितनी जनसंख्या है यहां हजारों लाखों लोग रहते हैं। उनमें से एक हो तुम और ये तुम्हारी औकात है। ब्रह्मण्ड में इतनी सी औकात है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बालाघाट परसवाड़ा में आयोजित वनवासी रामकथा के पूर्व से उपजा विरोध और विवाद मानों थमने का नाम नहीं ले रहा है। आदिवासियों और कलार समाज की नाराजगी के बाद धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार से गौरीशंकर बिसेन के विवाद का नया अध्याय शुरू हो गया था। अब धीरेंद्र शास्त्री के बयान के बाद मामला और भी अपमान की आग में घी डालने वाला साबित हो रहा है। जिसको लेकर जबरदस्त बहस छिड़ गई है।