भोपाल/ महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट से पहले ही सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजीत पवार ने इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्षी दलों ने बीजेपी पर वार करना शुरू कर दिया है। मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने भी बीजेपी पर ट्वीट कर निशाना साधा है। सीएम ने कहा है कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं।
दरअसल, फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि अजीत पवार के इस्तीफे के बाद उनके पास बहुमत नहीं है। फडणवीस के इस्तीफे के बाद बीजेपी महाराष्ट्र के सियासी चाल में उलझ गई है। ऐसे में आमतौर पर ट्विटर पर शांत रहने वाले एमपी से सीएम कमलनाथ ने भी बीजेपी पर निशाना साधा है।
आज संविधान दिवस पर महाराष्ट्र मामले में आया सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला स्वागत योग्य है।
आख़िरकार न्याय की जीत हुई।
सत्य व लोकतंत्र की जीत सुनिश्चित हो चुकी है।लोकतंत्र का मखौल उड़ाने की कोशिश आख़िर नाकामयाब साबित हुई।
सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं।
सत्यमेव जयते।
2/2— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 26, 2019
नाकामयाब साबित हुई
सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि आज संविधान दिवस है। संविधान के मूल्यों की रक्षा का सभी जिम्मेदार लोगों पर दरोमदार है। लोकतंत्र में जनता ही सबसे बड़ी ताकत है, संविधान में निहित इस सच्चाई को समझने की आज महती आवश्यकता है। आज संविधान दिवस पर महाराष्ट्र मामले में आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है। आखिरकार न्याय की जीत हुई। सत्य और लोकतंत्र की जीत सुनिश्चित हो चुकी है। लोकतंत्र का मखौल उड़ाने की कोशिश आखिर नाकामयाब साबित हुई। उन्होंने लिखा कि सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नहीं। सत्यमेव जयते।
मोदीजी चाहें तो दे सकते हैं बधाई
वहीं, मध्यप्रदेश कांग्रेस ने महाराष्ट्र के सियासी हलचल पर चुटकी ली है। कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी के बधाई वाले ट्विट को रीट्विट करते हुए लिखा है कि आज अजीत पवार ने इस्तीफा दे दिया और देवेंद्र फडणवीस भी देने जा रहे हैं। अब यदि आप चाहें तो देश के लोकतंत्र और संविधान की ताकत की इस प्रचंड विजय पर देश की जनता को बधाई दे सकते हैं। सत्यमेव जयते।
आज @AjitPawarSpeaks ने इस्तीफ़ा दे दिया है और @Dev_Fadnavis अपना इस्तीफ़ा देने जा रहे हैं।
अब यदि आप चाहें तो “देश के लोकतंत्र” और “संविधान की ताक़त” की इस प्रचंड विजय पर देश की जनता को बधाई दे सकते हैं।सत्य मेव जयते..! https://t.co/dVrG6r5X13
— MP Congress (@INCMP) November 26, 2019
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में किसी दल के द्वारा सरकार न बनाने की परिस्थिति में राष्ट्रपति शासन लागू था। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना लगातार सरकार बनाने को लेकर मंथन कर रही थी। इसी बीच 23 नवंबर को सुबह आठ बजे देवेंद्र फडणवीस ने सीएम और अजीत पवार ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ले ली। बाद में खेल पलट गया। अजीत पवार के साथ खड़े विधायकों ने पाला बदल लिया। तीनों दल के लोग सुप्रीम कोर्ट गए। कोर्ट ने बुधवार को फ्लोर टेस्ट करवाने को कहा। उससे पहले ही सीएम और डिप्टी सीएम ने इस्तीफा दे दिया।