नरेंद्र सलूजा ने पार्टी छोड़ी नहीं, निकाला गया: कांग्रेस

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया समन्वयक और उनके सबसे करीबी कहे जाने वाले नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस छोडक़र भाजपा का दामन थाम लिया है। वहीं नरेंद्र सलूजा के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने एक लेटर सार्वजनिक किया है। कांग्रेस का दावा है कि पार्टी ने नरेंद्र सलूजा को पहले ही पार्टी से निष्कासित कर दिया था। जिसके बाद प्रदेश की सियासत गर्माती नजर आ रही है।

शुक्रवार सुबह जैसे ही नरेन्द्र सलूजा के भाजपा में शामिल होने की खबरें चली कांग्रेस ने तुरंत सलूजा के निष्कासन का एक पत्र सार्वजनिक कर दिया। पत्र में नरेंद्र सलूजा को निष्कासित करने के बात लिखी गई है। पत्र में लिखा है कि कुछ मीडिया संस्थानों में इस तरह की खबर चल रही है कि नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस पार्टी छोडक़र अन्य पार्टी जॉइन कर ली है। तथ्यात्मक स्थिति यह है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण नरेंद्र सलूजा को 13 नवंबर 2022 को ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।

मीडिया विभाग ओर से जारी बयान में कहा गया कि नरेंद्र सलूजा लगातार दूसरी पार्टी के संपर्क में थे और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे। उनकी इन गतिविधियों की सूचना प्राप्त होने के बाद उन्हें 13 नवंबर को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। कांग्रेस पार्टी स्पष्ट करना चाहती है कि पार्टी में प्रतिबद्ध और अनुशासित कार्यकर्ताओं का पूरा सम्मान है, लेकिन अनुशासनहीनता और गद्दारी करने वाले व्यक्तियों के लिए कांग्रेस पार्टी में कोई जगह नहीं है। पार्टी से निकाले गए गद्दार वहां जा सकते हैं? जहां जाने के बाद सार्वजनिक मंच से उन्हें विभीषण कहा जाता है।